बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षा बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षा
प्रश्न- हड्डियों सम्बन्धी दोष या अपंग बालकों के मुख्य कारणों को सन्दर्भ में बताइए।
उत्तर-
शारीरिक रूप से विकलांग/अपंग या हड्डियों से सम्बन्धी दोष वाले बालकों के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
- कंपाउंडिंग - अपंग या अंगहीन बाल बच्चों में कुछ शारीरिक दोष जन्म से ही अथवा वंशानुगत के कारण होते हैं। अथवा जब शिशु माँ के गर्भ में होता है तब किसी अचानक या चोट के कारण होते हैं।
- बीमारियाँ - कभी-कभी अधिक लम्बी बीमारी या गर्भावस्था की बीमारी के कारण भी बालकों के अंगों का विकास पूर्णरूपेण हो सकता है।
- दोषपूर्ण वातावरण - बालकों के अंगों के पूर्णतः विकास का अन्य महत्वपूर्ण कारण बालक का दोष युक्त वातावरण भी है। जन्म के समय अथवा जन्म के बाद दोषपूर्ण वातावरण बालक के शारीरिक रूप से प्रभावित करता है जिसके फलस्वरूप बालक में दोषपूर्ण अंगों का विकास होता है।
- आयु - बालक की आयु भी विकलांगता का एक कारण है। अक्सर यह देखा गया है कि छह - सात वर्ष की आयु में बालकों के साथ अधिक दुर्घटनाएँ होती हैं। अतः इस अवस्था में अनेक अंगों को विकृति होने की संभावना भी अधिक होती है।
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लिंग - लड़कों का जन्म से ही परिवार व लोगों के द्वारा स्वतंत्र वातावरण प्रदान किया जाता है। इसी कारण लड़कियों की अपेक्षाकृत अधिक दुर्घटनाएँ होती हैं तथा उनके अंगों के दोषपूर्ण होने की संभावना भी अधिक होती है।
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दुर्घटनाएँ - विभिन्न प्रकार की दुर्घटनाएँ भी बालकों के पूर्णतः अंगों के विकास में सहायक होती हैं। यह दुर्घटनाएँ किसी समय भी हो सकती हैं। गर्भावस्था में होने पर गर्भस्थ शिशु को नियत मात्रा में उचित आहार न मिलना अथवा जन्म के बाद बालकों के बड़े होने पर भी किसी प्रकार की दुर्घटना आदि का शिकार होना भी बालकों के दोषपूर्ण अंग का कारण है।
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सामाजिक-आर्थिक स्थिति - कार्नास्केल का मानना है कि दुर्बल या कमजोर आर्थिक-सामाजिक स्तर के बालक उच्च आर्थिक-सामाजिक स्तर वाले बालकों की तुलना में अधिक विकलांग होते हैं।
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