बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- वैश्विक तापमान वृद्धि का प्रभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
वैश्विक तापमान में वृद्धि का सर्वाधिक प्रभाव ग्लेशियरों पर पड़ रहा है। बढ़ते तापमान के कारण ग्लेशियर पिघल रहे हैं। एक अध्ययन के अनुसार गंगा के जल का स्रोत गंगोत्री हिमनद सहित हिमालय के ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। तापमान बढ़ने के कारण दक्षिणी ध्रुव में महासागरों के आकार के हिमखण्ड टूटकर अलग हो रहे हैं। कुछ वर्ष पूर्व अंटार्कटिका के लार्सन हिमक्षेत्र का 500 अरब टन का एक हिमशैल टूटकर अलग हो गया। अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि ताप वृद्धि का वर्तमान दौर जारी रहा तो 21वीं सदी के अंत तक पृथ्वी के तापमान में 5.8 डिग्री सेन्टीग्रेड तक वृद्धि हो सकती है। इससे ध्रुवों पर जमी बर्फ तथा हिमनदों के पिघलने से समुद्र का जल स्तर 5 मीटर तक बढ़ सकता है। परिणामस्वरूप मालदीव जैसे द्वीप सहित भारत व यूरोप के कई देशों के तटीय क्षेत्र पानी में डूब जायेंगे।
ग्लेशियरों के पिघलने से सागर की सतह का तापमान बढ़ेगा, शुद्ध पानी की मात्रा घट जायेगी, अलनीनों का प्रभाव बढ़ेगा तथा वर्षा अनियमित हो जायेगी, बरसात चक्र बदल जायेगा, मौसम में भारी उलट-फेर होगा, कृषि व मत्स्य उद्योग खतरे में पड़ जायेंगे। बाढ़, तूफान, सूखा आदि की विभीषिका बढ़ेगी, मौसम गर्म होगा, बीमारियाँ व महामारियाँ फैलेगी। प्रवाल द्वीप, कच्छ वनस्पति, सूक्ष्मजीव तथा अनेक जन्तु व वनस्पतियाँ नष्ट हो जायेंगी।
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