बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 भूगोल बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 भूगोलसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 भूगोल - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- कार्य के आधार पर उपग्रहों का विभाजन कीजिए।
उत्तर -
कार्य के आधार पर उपग्रहों का वर्गीकरण
कार्य के आधार पर उपग्रहों को निम्नलिखित प्रकारों में बांटा जा सकता है-
1. संचार उपग्रह (Communication satellite) - संचार उपग्रह बहुत ही महत्वपूर्ण उपग्रह है। संचार उपग्रह में एक ट्रांसपोंडर (transponder) के माध्यम से रेडियो दूरसंचार सिग्नल को प्रसारित और प्रवर्धित (amplified) करता है। ट्रांसपोंडर उपग्रह में लगा एक ऐसा डिवाइस होता है जो सिग्नल को रिसीव भी करता है और उसे संचारित (transmit) भी करता है।
मान लीजिये एक टीवी चैनल द्वारा एक प्रोग्राम ब्रोडकास्ट किया जाता है तो सबसे पहले उसका सिग्नल उपग्रह में लगे ट्रांसपोंडर द्वारा रिसीव किया जाएगा और फिर उसे धरती पर संचारित कर दिया जाएगा। धरती पर लगे डिश एंटीना द्वारा उसे रिसीव कर लिया जाएगा। संचार उपग्रहों को भू-स्थिर कक्षा (geostationary orbit) में स्थापित किया जाता है ताकि हमेशा पृथ्वी के किसी एक भाग पर उसके सिग्नल मिलते रहें। संचार उपग्रह के कारण डिश एंटीना को बार-बार घुमाना नहीं पड़ता है बल्कि उसे किसी एक खास दिशा में फिक्स करके लगाया जाता है। टेलीविजन के अलावा टेलीफोन, रेडियो, इंटरनेट और सैन्य अनुप्रयोगों के लिए भी संचार उपग्रह प्रयोग किया जाता है। भारत द्वारा अब तक 40 से अधिक संचार उपग्रहों को छोड़ा गया है।
2. वैज्ञानिक उपग्रह (Scientific Satellite) - खोज और शोध कार्यों से सम्बन्धित मामलों में वैज्ञानिक उपग्रह प्रयोग किए जाते हैं। इसकी मदद से चुम्बकीय क्षेत्र, अंतरिक्ष विकिरण, पृथ्वी और उसके वायुमंडल, सूर्य या अन्य सितारों, ग्रहों और उनके चंद्रमाओं एवं अन्य खगोलीय पिंडों से संबंधित घटनाओं पर डेटा प्राप्त किया जाता है। नासा का पार्कर सोलर प्रोब और इसरो का आदित्य एल 1 वैज्ञानिक उपग्रह है, ये दोनों सूर्य के अध्ययन से संबंधित है।
3. मौसमी उपग्रह (Weather Satellite) - मौसम संबंधी सूचनाओं के लिए वायुमंडलीय परिस्थितियों का अध्ययन करने वाले उपग्रहों को मौसमी उपग्रह कहते हैं। इस प्रकार के उपग्रह ध्रुवीय परिक्रमा (polar orbit) वाले भी हो सकते हैं और भू-स्थैतिक (geostationary) भी। इन मौसमी उपग्रहों में लगे यंत्र बादलों के आर-पार भी मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त करने की क्षमता रखते हैं। इसके अलावा ये अन्य घटनाओं जैसे-शहर की रोशनी, आग, प्रदूषण के प्रभाव, रेत और धूल के तूफान, बर्फ के आवरण एवं महासागरीय धाराओं आदि से संबंधित जानकारी भी उपलब्ध कराता है। इंडिया का Insat 3D मौसमी उपग्रह का उदाहरण है।
4. दूरसंवेदी उपग्रह (Remote Sensing Satellite) - रिमोट सेंसिंग का मतलब बिना किसी भौतिक संपर्क के या फिर बिना उस साइट पर जाये वहाँ से संबंधित किसी वस्तु या घटना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करना है। भूमि सर्वेक्षण, सैन्य एवं खुफिया जानकारी जुटाने, वाणिज्यिक एवं आर्थिक क्षेत्रों एवं अन्य मानवीय अनुप्रयोगों में रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट का प्रयोग किया जाता है। जब सैटेलाइट द्वारा धरती पर स्थित किसी वस्तु पर सिग्नल प्रचारित किया जाता है और इसके प्रतिबिम्ब को सेंसर द्वारा प्राप्त कर लिया जाता है तो इसे सक्रिय रिमोट सेंसिंग कहा जाता है। लेकिन जब सेंसर द्वारा सूर्य के प्रकाश का प्रतिबिम्ब पता लगाया जाता है तो उसे निष्क्रिय रिमोट सेंसिंग कहा जाता है। भारत का Cartosat-1 रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट है।
5. मैरीसैट उपग्रह (Marine Satellite) - मैरीसेट उपग्रह समुद्री जलयानों के नाविकों को संकट की प्रत्येक घड़ी में रेडियो संकेतों द्वारा दिशा-ज्ञान और निर्देश देते हैं। इस प्रकार के उपग्रहों से वे दूसरे जलयानों के नाविकों एवं अपने मुख्यालय से भी संपर्क कर सकते हैं।
6. नौवहन उपग्रह (Navigation Satellite) - नौवहन उपग्रह (Navigation satellite) वे सैटेलाइट हैं जो रोज जरूरत पड़ने वाली जानकारियाँ जैसे कि लाइव ट्रैफिक, डिस्टेन्स मेजर, लाइव लोकेशन आदि उपलब्ध करवाकर हमारे जीवन को आसान बनाती है। ये आमतौर पर बहुत सारे सैटेलाइटों का एक समूह होता है जो कि क्षेत्रीय या वैश्विक स्तर पर नौवहन संबंधित जानकारी मुहैया करवाता है। जैसे कि GPS की बात करें तो ये अमेरिका द्वारा संचालित एक वैश्विक नौवहन उपग्रह है। हम जिस गूगल मैप का इस्तेमाल करते हैं वो GPS पर ही आधारित है।
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- प्रश्न- सुदूर संवेदन से आप क्या समझते हैं? विभिन्न विद्वानों के सुदूर संवेदन के बारे में क्या विचार हैं? स्पष्ट कीजिए।
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- प्रश्न- सुदूर संवेदन के भारतीय इतिहास एवं विकास पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- सुदूर संवेदन का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सुदूर संवेदन को परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- सुदूर संवेदन के लाभ लिखिए।
- प्रश्न- सुदूर संवेदन के विषय क्षेत्र पर टिप्पणी लिखिए।
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- प्रश्न- सुदूर संवेदी के प्रकार लिखिए।
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- प्रश्न- सुदूर संवेदन की आधारभूत संकल्पना का वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रमी प्रदेश के लक्षण लिखिए।
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- प्रश्न- स्पेक्ट्रल बैण्ड से आप क्या समझते हैं?
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- प्रश्न- सुदूर संवेदन की विभिन्न अवस्थाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सुदूर संवेदन की कार्य प्रणाली को चित्र सहित समझाइये |
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- प्रश्न- सुदूर संवेदन के प्लेटफॉर्म से आपका क्या आशय है? प्लेटफॉर्म कितने प्रकार के होते हैं?
- प्रश्न- सुदूर संवेदन के वायुमण्डल आधारित प्लेटफॉर्म की विस्तृत विवेचना कीजिए।
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- प्रश्न- प्रतिबिंब निर्वचन के तत्वों का उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- डिजिटल इमेज प्रक्रमण के तहत इमेज उच्चीकरण तकनीक की विस्तृत व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- बिम्ब वर्गीकरण प्रक्रिया को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- इमेज कितने प्रकार की होती है? समझाइए।
- प्रश्न- निरीक्षणात्मक बिम्ब वर्गीकरण और अनिरीक्षणात्मक बिम्ब वर्गीकरण के मध्य अंतर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- भू-विज्ञान के क्षेत्र में सुदूर संवेदन ने किस प्रकार क्रांतिकारी सहयोग प्रदान किया है? विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- समुद्री अध्ययन में सुदूर संवेदन किस प्रकार सहायक है? विस्तृत विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- वानिकी में सुदूर संवेदन के अनुप्रयोगों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- भूगोल में सूदूर संवेदन के अनुप्रयोगों पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- मृदा मानचित्रण के क्षेत्र में सुदूर संवेदन के अनुप्रयोगों की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- लघु मापक मानचित्रण और सुदूर संवेदन के मध्य सम्बन्ध स्थापित कीजिए।
- प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र का अर्थ, परिभाषा एवं कार्यक्षेत्र की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के भौगोलिक उपागम से आपका क्या आशय है? इसके प्रमुख चरणों का भी वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली का व्याख्यात्मक वर्णन प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के उपयोग क्या हैं? विस्तृत विवरण दीजिए।
- प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र (GI.S.)से क्या तात्पर्य है?
- प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के विकास पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र का कार्य क्या है?
- प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के प्रकार समझाइये |
- प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र की अभिकल्पना का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली में कम्प्यूटर के उपयोग का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- GIS में आँकड़ों के प्रकार एवं संरचना पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के सन्दर्भ में कम्प्यूटर की संग्रहण युक्तियों का वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- विक्टर मॉडल की विस्तृत विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- कार्टोग्राफिक संकेतीकरण त्रिविम आकृति एवं मानचित्र के प्रकार मुद्रण विधि का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रॉस्टर मॉडल की कमियों और लाभ का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विक्टर मॉडल की कमियों और लाभ के सम्बन्ध में अपने विचार लिखिए।
- प्रश्न- रॉस्टर और विक्टर मॉडल के मध्य अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- डेटाम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।