बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञान बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 गृह विज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना का क्षेत्र एवं उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर -
(Scope & Achievement of C.D. Programme)
'सामुदायिक विकास कार्यक्रम का क्षेत्र इतना व्यापक है कि उसे गिनती या चुने शब्दों में नहीं बाँधा जा सकता है। इस योजना के जितने कार्यक्रम हैं उतने ही इसके क्षेत्र हैं। अपनी इसी व्यापकता के कारण इसका विशेष महत्व है। आज भी भारत की 60-70% जनसंख्या गाँव में निवास करती है जो आज भी पूरी तरह से गरीबी, अशिक्षा, अन्धविश्वास, रूढ़िवादिता, पोषण, आवास जैसी समस्याओं से लगातार लड़ रही है इसलिये सामुदायिक विकास कार्यक्रमों द्वारा इनके जीवन में रोशनी की एक किरण लाने का प्रयास जारी है ताकि इन ग्रामीणों का सम्पूर्ण विकास हो सके। यह स्वावलम्बी बनें अपनी समस्याओं के हल के लिये दूसरों का मुँह न देखें। इस योजना ने विभिन्न क्षेत्रों में विशेष उपलब्धियाँ भी प्राप्त की हैं।
(1) कृषि क्षेत्र - कृषि क्षेत्र में बंजर भूमि को आधुनिक विज्ञान तथा विधियों द्वारा कृषि योग्य बनाना। सिंचाई हेतु नलकूप, कुएँ, तालाब, नहरों द्वारा पानी की व्यवस्था उपलब्ध करवाना, अच्छे बीज खाद प्रबन्ध, कीटनाशक दवाओं का प्रबन्ध, खेती की नई वैज्ञानिक तकनीक तथा उपकरणों की जानकारी देना, भूमि कटाव से बचाव, फल फूलों सब्जियों की खेती को बढ़ावा, वृक्षारोपण कार्यक्रम द्वारा कृषि क्षेत्र में परिवर्तन लाया गया है। इन कार्यक्रमों के प्रभाव के कारण ही आज भारत खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर हो गया है। कृषकों को उनकी फसल के सही दाम प्राप्त हो इसके लिये सहकारी समितियाँ बनी हैं जिससे कृषकों के आर्थिक स्तर में भी सुधार आया है।
(2) पशुपालन का क्षेत्र - पशुपालन क्षेत्र में दुधारू जानवरों की नस्ल में सुधार, उनके भोजन साफ-सफाई का प्रबन्ध, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, सुअर, भेड़, बकरी पालन के सही प्रशिक्षण की व्यवस्था। जानवरों के गोबर से खाद बनाना। लावारिस अनुत्पादक जानवर को गोसदन पहुँचाना। जानवरों की बीमारी के प्रति लापरवाही न बरतना उनकी बीमारी की सूचना जानवर स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुँचाना बीमार जानवरों की चिकित्सा का प्रबन्ध करना।
इस क्षेत्र में पशुधन का विकास हुआ है क्योंकि सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत पशुनस्ल सुधार हेतु पशु कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र खोले गये। विकास खण्डों ने अपने-अपने खण्डों में अच्छी नस्ल के पशु किसानों में बाँटे हैं। किसानों को अपने पशु तथा उनके उत्पादन की अच्छी कीमत दिलाई जिससे कृषक आर्थिक रूप से मजबूत हुआ है।
(3) परिवहन एवं संचार क्षेत्र - सामुदायिक विकास योजनाओं ने इस क्षेत्र में अनेक सड़कों का निर्माण कर ग्रामीण यातायात समस्या हल की है जिससे ग्रामीण पुनर्निर्माण आसान हुआ। आज संचार माध्यमों को गाँव तक पहुँचाकर कृषि शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रमों में संचार माध्यमों का प्रयोग किया जा रहा है।
इस क्षेत्र में सामुदायिक विकास योजनाओं द्वारा गाँव की कच्ची सड़कों को पक्का बनाया गया सड़कों पर पुलियों का निर्माण हुआ गाँवों को बड़ी सड़कों से जोड़ा गया सम्पूर्ण देश में सड़कों का जाल बिछाकर परिवहन यातायात व्यवस्था में सुधार लाया गया जिससे ग्रामीण उद्योगों को भी नवजीवन प्राप्त हुआ। संचार माध्यमों से नई तकनीक तथा जानकारियाँ गाँवों तक पहुँचाई गईं।
(4) शिक्षा प्रसार क्षेत्र - बिना शिक्षा के कोई भी विकास कार्यक्रम अधूरा है। शिक्षा के प्रसार द्वारा ग्रामीण समुदाय को प्रभावित किया गया। इस क्षेत्र में विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत नये स्कूल, पुस्तकालय, वाचनालय प्रारम्भ किये गये। प्रौढ़ों को साक्षर बनाने हेतु रात्रिकालीन प्रौढ़ शिक्षा केन्द्र चलाये गये। गाँव में समाज शिक्षा का विस्तार किया गया।
(5) स्वास्थ्य तथा स्वच्छता का क्षेत्र - स्वास्थ्य के लिये जितनी शारीरिक स्वच्छता आवश्यक है उतनी ही आस-पास के वातावरण की स्वच्छता तथा पोषण आवश्यक है। गाँवों के वातावरण की स्वच्छता हेतु सुलभ शौचालयों का निर्माण किया गया। मातृ शिशु कल्याण केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, परिवार नियोजन केन्द्र जहाँ पोषण सम्बन्धी योजनाएँ चलाई जाती हैं खोले गये तथा पोषण सम्बन्धी ज्ञान भी दिया जाता है। गाँवों में प्राथमिक चिकित्सक तथा स्वास्थ्य सेवकों की नियुक्ति की गई जो ग्रामीणों को स्वच्छता तथा स्वास्थ्य रक्षा की जानकारी देते हैं।
इस क्षेत्र में सफलता पाने के लिये विकास खण्डों द्वारा गाँवों में पक्की नालियाँ, गलियाँ, पक्के कुएँ, सुलभ शौचालयों का निर्माण करवाया गया। स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापना की गई। वायु तथा जल प्रदूषण से बचने के लिये धुएँरहित चूल्हे गोबर गैस संयंत्र लगवाये गये। शुद्ध जल हेतु कुएँ, नलकूप खुदवाये गये। मातृ शिशु कल्याण केन्द्र खोले गये।
(6) आवास व्यवस्था - आदिवासी तथा पहाड़ी क्षेत्रों में इस क्रिया का क्रियान्वयन किया गया। यहाँ कृषि के क्षेत्र में काम करने के साथ-साथ शासन द्वारा इनके आवास की भी व्यवस्था की गई। इनके बच्चों हेतु निःशुल्क शिक्षा, भोजन तथा हॉस्टल में रहने का प्रबन्ध किया गया।
(7) कुटीर तथा लघु उद्योग धन्धों का क्षेत्र - गाँव में कुटीर तथा लघु उद्योग धन्धों का विकास तथा नये उद्योग धन्धों को प्रारम्भ कर गरीबी तथा बेरोजगारी की समस्या से लड़ने का रास्ता निकाला गया। ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने तथा स्वयं अपनी मदद करने के लिये प्रेरित करने हेतु सहकारी समितियों की स्थापना की गई।
गाँवों में कुटीर तथा लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये कृषकों को वित्तीय सहायता के रूप में प्रति वर्ष करोड़ों रुपयों का ऋण दिया जाता है यन्त्र तथा औजार बाँटे जाते हैं। प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाती है।
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- प्रश्न- सामुदायिक विकास से आप क्या समझते हैं? सामुदायिक विकास कार्यक्रम की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना का क्षेत्र एवं उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के उद्देश्यों को विस्तारपूर्वक समझाइए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास की विधियों को समझाइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास की विशेषताएँ बताओ।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास के मूल तत्व क्या हैं?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास के सिद्धान्त बताओ।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम की सफलता हेतु सुझाव दीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम क्या है?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना संगठन को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन से आप क्या समझते हैं? सामुदायिक संगठन को परिभाषित करते हुए इसकी विभिन्न परिभाषाओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन की विभिन्न परिभाषाओं के आधार पर तत्त्वों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन के विभिन्न प्रकारों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की सैद्धान्तिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन के विभिन्न उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन की आवश्यकता क्यों है?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन के दर्शन पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास प्रक्रिया के अन्तर्गत सामुदायिक विकास संगठन कितनी अवस्थाओं से गुजरता है?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन और सामुदायिक विकास में अंतर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन और सामुदायिक क्रिया में अंतर बताइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास संगठन के प्रशासनिक ढांचे का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास में सामुदायिक विकास संगठन की सार्थकता एवं भूमिका का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा से आप क्या समझते हैं? गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का क्षेत्र समझाइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के उद्देश्यों का विस्तार से वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा की विशेषताएँ समझाइयें।
- प्रश्न- ग्रामीण विकास में गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का महत्व समझाइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के क्षेत्र, आवश्यकता एवं परिकल्पना के विषय में विस्तार से लिखिए।
- प्रश्न- समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) कार्यक्रम को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना के बारे में बताइए।
- प्रश्न- राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) पर एक टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- राष्ट्रीय सेवा योजना (N.S.S.) पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- नेहरू युवा केन्द्र संगठन का परिचय देते हुए इसके विभिन्न कार्यक्रमों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- नेहरू युवा केन्द्र पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- कपार्ट एवं गैर-सरकारी संगठन की विकास कार्यक्रम में महत्वपूर्ण घटक की भूमिका निभाते हैं? विस्तृत टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- बाल कल्याण से सम्बन्ध रखने वाली प्रमुख संस्थाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- हेल्प एज इण्डिया के विषय में आप क्या जानते हैं? यह बुजुर्गों के लिए किस प्रकार महत्वपूर्ण है? प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) से आप क्या समझते हैं? इसके कार्यों व महत्व पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- बाल विकास एवं आप (CRY) से आप क्या समझते हैं? इसके कार्यों एवं मूल सिद्धान्तों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- CRY को मिली मान्यता एवं पुरस्कारों के विषय में बताइए।
- प्रश्न- बाल अधिकार का अर्थ क्या है?
- प्रश्न- बच्चों के लिए सबसे अच्छा एनजीओ कौन-सा है?
- प्रश्न- राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस कब मनाया जाता है?
- प्रश्न- नेतृत्व से आप क्या समझते है? नेतृत्व की प्रमुख विशेषताओं का विश्लेषण कीजिये।
- प्रश्न- नेतृत्व के विभिन्न प्रारूपों (प्रकारों) की विस्तृत विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण की प्रमुख प्रविधियों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कार्यस्थल पर नेताओं की पहचान करने की विधियों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ग्रामीण क्षेत्रों में कितने प्रकार के नेतृत्व पाए जाते हैं?
- प्रश्न- परम्परागत ग्रामीण नेतृत्व की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षण को किन बाधाओं का सामना करना पड़ता है?
- प्रश्न- नेतृत्व की प्रमुख विशेषताओं को बताइए।
- प्रश्न- नेतृत्व का क्या महत्व है? साथ ही नेतृत्व के स्तर को बताइए।
- प्रश्न- नेतृत्व प्रशिक्षक से आप क्या समझते हैं? एक नेतृत्व प्रशिक्षक में कौन-से गुण होने चाहिए? संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- एक अच्छा नेता कैसा होता है या उसमें कौन-से गुण होने चाहिए?
- प्रश्न- एक अच्छा नेता कैसा होता है या उसमें कौन-से गुण होने चाहिए?
- प्रश्न- विकास कार्यक्रम का अर्थ स्पष्ट करते हुए विकास कार्यक्रम के मूल्यांकन में विभिन्न भागीदारों के महत्व का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विकास कार्यक्रम चक्र को विस्तृत रूप से समझाइये | इसके मूल्यांकन पर भी प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- विकास कार्यक्रम तथा उसके मूल्यांकन के महत्व का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के प्रमुख घटक क्या हैं?
- प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन की प्रक्रिया का उदाहरण सहित विस्तृत वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अनुवीक्षण / निगरानी की विकास कार्यक्रमों में क्या भूमिका है? टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- निगरानी में बुनियादी अवधारणाएँ और तत्वों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- निगरानी के साधन और तकनीकों का तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।
- प्रश्न- मूल्यांकन डिजाइन (मूल्यांकन कैसे करें) को समझाइये |
- प्रश्न- मूल्यांकन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा कीजिए।
- प्रश्न- मूल्यांकन की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- निगरानी का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- निगरानी के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- निगरानी में कितने प्रकार के सूचकों का प्रयोग किया जाता है?
- प्रश्न- मूल्यांकन का अर्थ और विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- निगरानी और मूल्यांकन के बीच अंतर लिखिए।
- प्रश्न- मूल्यांकन के विभिन्न प्रकारों को समझाइये।