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तुलनात्मक सरकार और राजनीति : यू के, यू एस ए, स्विटजरलैण्ड, चीन
प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन क्षेत्र की विवेचना कीजिए।
उत्तर -
तुलनात्मक राजनीति का अध्ययन क्षेत्र
तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन क्षेत्र की व्यापकता के सम्बन्ध में कई मत हैं। तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन में किन-किन राजनीति से जुड़े प्रकरणों को सम्मिलित किया जाये और किन किन प्रकरणों को इसके अध्ययन क्षेत्र से पृथक रखा जाये। तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन क्षेत्र के सम्बन्ध परम्परावादी तथा आधुनिक राजनीतिविदों में गहरा मतभेद है। परम्परावादी राजनीति शास्त्रियों ने तुलनात्मक राजनीति को संकुचित अर्थ में प्रस्तुत किया है। उनके अनुसार तुलनात्मक शासन का अर्थ है शासन के कानूनी यन्त्रों एवं प्रक्रियाओं का इस दृष्टि से अध्ययन करना कि वे शासन के विभिन्न अंगों व्यवस्थापिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और प्रशासन के बीच अन्तर्क्रिया का परिणाम ही है। जबकि तुलनात्मक राजनीति का अध्ययन जब से प्रारम्भ हुआ है, इसका अध्ययन भी विस्तृत होता गया है।
वर्तमान समय में तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन के अन्तर्गत संविधानों, हित समूहों, दबाव समूहों, राजनीतिक दलों, कार्यपालिकाओं, विधायिकाओं और विधायी व्यवहार, निर्वाचन, मतदान व्यवहार, कानूनी पद्धतियाँ, लोक प्रशासन, राजनीतिक परिवर्तन तथा आधुनिकीकरण इत्यादि को सम्मिलित किया जा सकता है। तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन की शुरुआत राजनीतिक परिवेश के साथ-साथ प्राकृतिक रचना, राजनीतिक विचारधारा, राजनीतिक दृष्टिकोण, राजनीतिक मूल्य, राजनीतिक संस्कृति, भौगोलिक दशाएँ, अर्थव्यवस्था, धर्म, संचार के साधन, शिक्षा, इतिहास एवं मानवीय व्यवहार आदि का भी अध्ययन किया जाता है। आज तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन क्षेत्र के अन्तर्गत निम्नांकित विषय वस्तुओं के अध्ययन पर विशेष बल दिया जा रहा है :
1. आनुभविक अध्ययन पर विशेष बल - तुलनात्मक राजनीति के अन्तर्गत आनुभविक अध्ययन पर विशेष बल दिया जा रहा है। तुलनात्मक राजनीति के अध्ययनकर्ता स्वयं राजनीतिक संस्थाओं तथा राजनीतिक संरचनाओं के अध्ययन के बजाय उसके कार्यकर्ताओं के व्यवहार के अध्ययन को अधिक महत्व दे रहे हैं।
2. राजनीतिक निर्णय प्रक्रिया पर प्रभाव डालने वाले तत्वों पर बल - तुलनात्मक राजनीति के अध्ययनकर्ता आज राजनीति के औपचारिक संरचना के बजाय उन तत्वों पर या उन संरचनाओं ( Intra- structure) पर अधिक ध्यान दे रहे हैं, जो राजनीतिक निर्णय प्रक्रिया पर प्रभाव डालते हैं। कार्यपालिका, विधायिका, न्यायपालिका के साथ-साथ राजनीतिक दलों, दबाव एवं हित समूहों, मतदान व्यवहार, लोकमत इत्यादि के अध्ययन पर अपने ध्यान को अधिक केन्द्रित कर रहे हैं।
3. विकासशील अन्तर्राष्ट्रीय समाजों के अध्ययन पर बल - तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन के अन्तर्गत विकसित पश्चिमी देशों की शासन प्रणालियों के अध्ययन के साथ-साथ गरीब एवं पिछड़े एफ्रो- एशियाई जगत की सरकारों के अध्ययन पर भी बल दिया गया है। तुलनात्मक सरकारों का अध्ययन अब कुछ चुनी हुई यूरोपीय अथवा अमेरिकी सरकारों का अध्ययन नहीं रहा. यह विकासशील पश्चिमी सरकारों के अध्ययन के साथ-साथ गरीब एफ्रो-एशियाई जगत के पिछड़े हुए देशों की विकासशील राजनीतिक पद्धतियों का भी उतना ही महत्वपूर्ण अध्ययन है।
4. विभिन्न सामाजिक शास्त्रों के अध्ययन पर बल - तुलनात्मक राजनीति के लेखकों एवं अध्ययनकर्ताओं ने अधिक से अधिक उन विषयों एवं उपकरणों का अध्ययन किया है जिन्हें उन्होंने सामाजिक विज्ञान, मनोविज्ञान, अर्थशास्त्र, मानव विज्ञान यहाँ तक कि जीव विज्ञान जैसे प्राकृतिक विज्ञानों से ग्रहण किया है। तुलनात्मक राजनीति के क्षेत्र में विद्वानों द्वारा इस दृष्टिकोण को अपनाने के कारण भारतीय राजनीति में एक प्रकार की क्रान्ति सी आ रही है, जिसके कारण राजनीतिशास्त्र का अध्ययन राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अत्यधिक लोकप्रिय होता जा रहा है।
5. मूल्य मुक्त राजनीतिक सिद्धान्तों के अध्ययन पर बल - तुलनात्मक राजनीति किसी वस्तु विषय या घटना के आदर्श रूप से नहीं बल्कि उसके वास्तविक रूप पर विशेष बल देती है। अतः तुलनात्मक राजनीति में मूल्य मुक्त राजनीतिक सिद्धान्तों के अध्ययन पर विशेष बल दिया जाता है।
तुलनात्मक राजनीति के नवीन अध्ययनों में उन लेखकों का महत्वपूर्ण अध्ययन सम्मिलित है। जिन्होंने अपने अध्ययन के क्षेत्रों में विश्व के अधिकांश देशों की राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक घटनाक्रमों को सम्मिलित करके अपने अध्ययन विषय को अत्यन्त व्यापक बना लिया है। तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन से आधुनिक अध्ययनकर्ताओं के योगदान के सम्बन्ध में लॉर्ड ब्राइस का कथन उचित ही हैं। उनके अनुसार - "अब लगता है समय आ गया है जब सरकार की वास्तविकताओं का उनके विभिन्न रूपों में अनुसंधान किया जाए।
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- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति का अध्ययन क्यों आवश्यक है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन क्षेत्र की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति से आप क्या समझते हैं? इसकी प्रकृति को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति और तुलनात्मक सरकार में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- उदार लोकतन्त्र से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- पूँजीवाद से आप क्या समझते हैं, इसके गुण-दोष क्या हैं?
- प्रश्न- समाजवादी राज्य क्या है, इसकी कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- समाजवाद की परिभाषा दीजिए। विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- उपनिवेशवाद क्या है? इसकी विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- विकासशील देशों में राज्य की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों से क्या अभिप्राय है? इसकी विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों कानून से किस प्रकार भिन्न हैं? प्रमुख अभिसमयों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों का पालन क्यों होता है? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- राजपद से आपका क्या अभिप्राय है? इसकी शक्तियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- राजा एवं राजपद अन्तर को स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- मन्त्रिमण्डलात्मक प्रणाली का उद्भव एवं विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मन्त्रिमंडल के संगठन एवं मंत्रिमण्डल व्यवस्था की विशेषताओं की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- मन्त्रिमंडल के कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बिटिश प्रधानमंत्री सारे शासन तंत्र की धुरी है।' इस कथन की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ग्रेट ब्रिटेन की सम्प्रभुता की विवेचना कीजिए तथा इस प्रभुसत्ता की सीमाओं का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- लार्ड सभा की रचना कार्यों व उनकी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- इंग्लैंड की समिति प्रणाली के बारे में आप क्या जानते हैं? इसके कितने प्रकार होते हैं?
- प्रश्न- कामन्स सभा क्या है? इसके संगठन एवं पदाधिकारियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कामन्स सभा की शक्तियों, कार्यों एवं व्यावहारिक स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कामन सभा के स्पीकर एवं उसकी शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश समिति व्यवस्था की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में विधेयकों का वर्गीकरण कीजिए एवं व्यवस्थापन प्रक्रिया पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- न्यायपालिका से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश न्यायपालिका के संगठन पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश न्याय व्यवस्था की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विधि का शासन ब्रिटिश संविधान का एक विशिष्ट लक्षण है। इस कथन की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- राजनीतिक दलों से क्या तात्पर्य है? राजनीतिक दलों की भूमिका एवं महत्व को समझाइये।
- प्रश्न- राजनीतिक दल प्रणाली के विभिन्न रूपों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजनीतिक दलों के संगठन, कार्यक्रम एवं उनकी भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ग्रेट ब्रिटेन में राजनीतिक दलों की भूमिका की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश दल पद्धति की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों के महत्व का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के ऐतिहासिक कारणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के राजनैतिक कारणों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के मनोवैज्ञानिक कारणों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के अन्तर्राष्ट्रीय कारणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल की कानूनी स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल की व्यावहारिक स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल एवं क्राउन के सम्बन्ध को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मन्त्रिमंडल का ब्रिटिश की संवैधानिक व्यवस्था में क्या महत्व है?
- प्रश्न- मंत्रिमंडल की महत्ता के औचित्य को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल की महत्ता के कारण बताइये।
- प्रश्न- लार्ड सभा ने सुधार के क्या प्रयास किये?
- प्रश्न- क्या ग्रेट ब्रिटेन में संसद संप्रभु है?
- प्रश्न- 'संसदीय प्रभुता' के सिद्धान्त का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- विपक्षी दल की भूमिका का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रिवी काउन्सिल की न्यायिक समिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- लार्ड सभा एवं प्रिवी काउन्सिल की न्यायिक समिति में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश कानून कितने प्रकार से प्रयोग में लाये जाते हैं?
- प्रश्न- राजनीतिक दलों के कार्यों का विवेचनात्मक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- राजनीतिक दल मतदाताओं में अपना समर्थन बढाने के लिये कौन-कौन से साधनों का प्रयोग करते हैं।
- प्रश्न- ब्रिटेन तथा फ्राँस की दलीय प्रणाली का तुलनात्मक विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के राष्ट्रपति के कार्यों, शक्तियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिकी राष्ट्रपति की वृद्धि एवं उसके कारणों की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- अमेरिकी व ब्रिटिश मंत्रिमंडल की तुलना कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश संप्रभु (क्राउन) प्रधानमंत्री तथा अमेरिकी राष्ट्रपति की तुलनात्मक विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के सीनेट के गठन, उसकी शक्ति एवं कार्यों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिनिधि सभा के संगठन, शक्ति एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिकी कांग्रेस की शक्ति एवं कार्यों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका का उच्चतम न्यायालय व्यवस्थापिका का तृतीय सदन बनता जा रहा है। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सर्वोच्च के महत्व का विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- न्यायिक पुनर्निरीक्षण से आप क्या समझते हैं? अमेरिका के उच्चतम न्यायालय के संदर्भ में इसकी व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- सर्वोच्च न्यायालय की कार्य-प्रणाली का विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय के गठन का संक्षिप्त वर्णन कीजिए। अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति तथा भारत के सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति में क्या अन्तर है?
- प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों के उद्भव एवं विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका की राजनीतिक व्यवस्था में राजनीतिक दलों की क्या भूमिका है?
- प्रश्न- अमेरिका तथा ब्रिटेन के राजनीतिक दलों की समानता और असमानताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- दबाव अथवा हित समूह से आप क्या समझते हैं? दबाव समूह के प्रमुख लक्षण एवं साधनों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- संयुक्त राज्य अमरीका के संविधान की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- अमेरिकी राष्ट्रपति को दलीय अथवा राष्ट्रीय नेता के रूप में पर टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- राष्ट्रपति एवं मन्त्रिमण्डल के सम्बन्धों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जैरीमैण्डरिंग पर संछिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सीनेट के महत्व पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- यू. एस. ए. 'सीनेट की शिष्टता' का क्या अर्थ है?
- प्रश्न- प्रतिनिधि सभा की दुर्बलता के कारण बताइये।
- प्रश्न- संघीय न्यायपालिका कितने प्रकार की होती है?
- प्रश्न- संघीय न्यायलय क्यों आवश्यक है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- जिला न्यायालय पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- संघीय अपील न्यायालय पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों के महत्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों की कमियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अमरीका और इंग्लैण्ड की दल- प्रणाली की तुलना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के राजनीतिक दलों की कार्य प्रणाली का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- माओवाद क्या है? माओवाद के प्रमुख सिद्धान्त कौन-कौन से हैं?
- प्रश्न- कन्फ्यूशियसवाद क्या है? इसके प्रमुख सिद्धान्त कौन-कौन से हैं?
- प्रश्न- चीनी विधानमंडल राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस के गठन, शक्ति एवं कार्यों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- जनवादी कांग्रेस की स्थायी समिति के बारे में आप क्या जानते हंत उसकी शक्ति एवं कार्यों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- स्थायी समिति की शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन के राष्ट्रपति के कार्यों एवं अधिकारों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- चीन में न्याय व्यवस्था की प्रमुख विशेषतायें बताते हुये न्यायपालिका के संगठन एवं उसकी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन में साम्यवादी दल के संगठन का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन में साम्यवादी दल की भूमिका की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- एक देश दो प्रणाली नीति से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की स्थायी समिति पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की वास्तविक स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- चीन में कांग्रेस के सदस्यों के अधिकारों एवं दायित्वों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- चीन राज्य परिषद के गठन पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- चीन के सैनिक केन्द्रीय आयोग पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- चीन के राज्य परिषद की वास्तविक स्थिति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- चीन के राज्य परिषद की शक्ति एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन में प्रोक्यूरेटोरेट पद की व्यवस्था का विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड के वर्तमान संविधान की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड के संविधान की संशोधन प्रकिया का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रत्यक्ष लोकतन्त्र से आप क्या समझते हैं? स्विट्जरलैण्ड में प्रत्यक्ष लोकतन्त्र की सफलता के कारणों को इंगित कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड में प्रत्यक्ष प्रजातन्त्र की कार्यप्रणाली का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैंड की कार्यपालिका के बारे में बताइये।
- प्रश्न- स्विस व्यवस्थापिका के बारे में बताइये।