बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 राजनीति विज्ञान बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 राजनीति विज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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तुलनात्मक सरकार और राजनीति : यू के, यू एस ए, स्विटजरलैण्ड, चीन
प्रश्न- राजनीतिक दल प्रणाली के विभिन्न रूपों का वर्णन कीजिए।
सम्बन्धित लघु / अति लघु उत्तरीय प्रश्न
1. एक दलीय प्रणाली से क्या तात्पर्य है?
2. एक दलीय प्रणाली के गुण-दोष बताइये।
3. द्विदलीय प्रणाली का अर्थ बताइये।
4. द्विदलीय प्रणाली के गुण-दोष बताइये।
5. बहुदलीय प्रणाली का क्या अर्थ है? द्विदलीय प्रणाली के लाभ बताइए।
6. बहुदलीय प्रणाली के गुण-दोष बताइये।
7. दल प्रणाली के गुण एवं दोष बताइये।
उत्तर -
राजनीतिक दल प्रणाली के प्रमुखतः तीन रूप प्रचलित ह-
(i) एक दलीय प्रणाली
(ii) द्विदलीय प्रणाली तथा
(iii) बहुदलीय प्रणाली।
(i) एकदलीय प्रणाली - एक दल प्रणाली से तात्पर्य उस दल प्रणाली से है जिसमें किसी देश में शासन शक्ति का प्रयोग करने वाला मात्र एक ही दल होता है। एक दलीय पद्धति का आधार यह है कि समस्त राजनीतिक अभिजात वर्ग ने अपने राज्य की प्रभुसत्ता एक नेता को सौंप दी है। सम्पूर्ण देश में केवल एक ही दल कार्य करता है। अन्य किसी दल को संगठित होने की स्वतन्त्रता नहीं होती है। एक दलीय प्रणाली में दल के विरुद्ध बोलना या सोचना राजद्रोह की श्रेणी में आता है। यदि कोई अन्य दूसरा दल संगठित होने का प्रयत्न करता है तो उसे अवैध घोषित कर दबा दिया जाता है। इस प्रकार की पद्धति प्राचीन समय में निरंकुश राजतन्त्रों में थी परन्तु वर्तमान से यह अधिनायकतन्त्रों तथा जनवादी लोकतान्त्रिक व्यवस्था के अन्तर्गत प्रचलित है।
एक दलीय शासन पद्धति वाले राज्यों में सर्वप्रथम सोवियत संघ, यूगोस्लाविया अल्बानिया, चीन, क्यूबा इत्यादि राज्यों को माना जा सकता है। यहाँ समाजवादी व्यवस्था है तथा दूसरे स्पेन, फासिस्ट, पुर्तगाल, जर्मनी था इटली को लिए जा सकता है जहाँ पूर्णतः अधिनायकवादी व्यवस्था है। यहाँ हिंसात्मक पद्धति के माध्यम से अन्य दलों को धीरे-धीरे समाप्त कर दिया जाता है। तथा यहाँ नेता, दल तथा राज्य में कोई अन्तर नहीं समझा जाता। तीसरे वे राज्य हैं जिनमे हम बर्मा तथा मित्र जैसी सरकारों को ले सकते हैं जो राष्ट्रीयता तथा समाजवाद की भावनाओं से युक्त हैं। तथा चौथी श्रेणी में पाकिस्तान एवं लैटिन अमेरिका को गिना जा सकता है जहाँ की सरकारें किसी नेता को केन्द्र बनाकर सैनिक शक्ति के आधार पर चलाई जाती हैं।
एक दलीय प्रणाली के गुण - एक दलीय प्रणाली में निम्नलिखित गुण पाये जाते हैं -
1. एक दलीय शासन विरोधी दलों के अभाव में सुदृढ़तापूर्वक संचालित होता है।
2. एक दलीय शासन में आर्थिक विकास की गति तीव्र रहती है।
3. एक दलीय शासन व्यवस्था में अनुशासन की स्थापना करना आसान होता है।
4. एक दलीय शासन में विभाजन पर गुटबन्दी की सम्भावनाएँ न के बराबर रहती हैं।
5. एक दलीय शासन में राष्ट्रीय एकता अक्षुण्य रहती है।
एक दलीय प्रणालियों के दोष - एक दलीय शासन प्रणाली में जहाँ एक ओर गुण हैं वहीं दूसरी ओर उसमें कुछ दोष भी पाये जाते हैं।
1. एक दलीय शासन व्यवस्था में व्यक्तिगत स्वतन्त्रता समाप्त हो जाती है।
2. एक दलीय शासन में विपक्ष के अभाव से शासन की कार्यकुशलता तथा जागरूकता में कमी आती है।
3. एक दलीय शासन में नवीन, विकासशील एवं प्रगतिशील विचारों का विरोध होता है।
4. एक दलीय शासन में दल के अंकुश के कारण नागरिकों का जीवन उच्चकोटि का नहीं हो पाता।
(ii) द्विदलीय प्रणाली - द्विदलीय प्रणाली से तात्पर्य किसी राज्य में दो बड़े राजनीतिक दलों से लिया जाता है। ऐसा नहीं है कि दो दलों के अलावा अन्य दल नहीं हो सकते किन्तु वे अत्यन्त छोटे-छोटे होने के कारण उनकी बड़े दलों में गिनती नहीं की जाती। ब्रिटेन तथा अमेरिका में द्वि-दलीय शासन व्यवस्था का प्रचलन है। इन राज्यों में सत्ताधारी दल तथा विपक्षी दल दोनों ही अपनी-अपनी भूमिका की जिम्मेदारी तथा नैतिकता से निर्वहन करते हैं।
द्विदलीय प्रणाली के लाभ- ये निम्नलिखित है
1. द्विदलीय शासन व्यवस्था में कार्यपालिका का स्थायित्व अधिक होता है।
2. द्विदलीय व्यवस्था में सरकार तथा विपक्ष के उत्तरदायित्वों का निर्धारण आसानी से किया जा सकता है।
3. द्विदलीय प्रणाली में शासन के साथ-साथ शासकीय नीतियों में भी स्थायित्व पाया जाता है।
4. द्वि-दलीय प्रणाली में विपक्ष सरकार की आलोचना करते समय सावधानी से विचार करती है तथा जिम्मेदारी से आलोचना एवं विरोध करती है।
5. इस प्रणाली में सरकार का गठन करना आसान होता है।
द्विप्रणाली से हानि - लाभ के साथ-साथ द्विप्रणाली से कुछ हानियाँ भी हैं -
1. इसमें सत्ताधारी दल यदि बहुमत में है तो उसकी निरंकुशता कुछ-कुछ एक दलीय जैसी हो जाती है।
2. द्वि-दलीय प्रणाली में मतदाताओं के लिए चयन का क्षेत्र अत्यन्त सीमित रहता है।
3. इसमें विभिन्न वर्गों को समान प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाता।
4. इसमें राष्ट्र का दो विचारधाराओं के आधार पर दो गुटों में विभाजन हो जाता है।
(iii) बहुदलीय प्रणाली - बहुदलीय प्रणाली से तात्पर्य उस व्यवस्था से है जहाँ कई राजनीतिक दल सक्रिय दल के रूप में राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेते हैं तथा शासन में सहभागिता निभाते हैं तथा राष्ट्रीय नीतियों के निर्धारण में अपनी भूमिका को निभाते हैं। बहुदलीय प्रणाली में सत्तापक्ष तथा विपक्ष में एक से अधिक दल हो सकते हैं। भारत इसका प्रमुख उदाहरण है।
बहुदलीय प्रणाली के गुण - बहुदलीय प्रणाली के निम्नलिखित गुण होते हैं -
1. बहुदलीय प्रणाली की एक सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि शासन निरंकुश नहीं होने पाता।
2. मतदाताओं को अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए कई विकल्प उपलब्ध रहते हैं।
3. राष्ट्र का दो विरोधी गुटों में बंटने की सम्भावना नगण्य रहती है।
4. सभी वर्गों एवं विचारधाराओं को समान प्रतिनिधित्व की स्वतन्त्रता एवं अवसर की उपलब्धता रहती है।
बहुदलीय प्रणाली से हानियाँ - बहुदलीय प्रणाली की प्रमुख हानियाँ निम्नवत् हैं-
1. यद्यपि बहुदलीय प्रणाली से शासन निरंकुश नहीं होने पाता किन्तु उसकी स्थिरता पर सदैव खतरा बना रहता है।
2. बहुदलीय शासन व्यवस्था में सरकार तथा विपक्ष के उत्तरदायित्वों को निर्धारित कर पाना कठिन होता है।
3. बहुदलीय प्रणाली में सरकार की कार्य- कुशलता निश्चित रूप से प्रभावित एवं अवरुद्ध होती है।
4. उस व्यवस्था में दीर्घकालीन नीतियों के निर्माण का अभाव रहता है।
5. बहुदलीय शासन प्रणाली में प्रधानमन्त्री को कई दलों को लेकर चलना तथा उनको सन्तुष्ट करना होता है जिससे कार्यपालिका की स्थिति अत्यन्त दयनीय एवं दुर्बल रहती है।
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- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति का अध्ययन क्यों आवश्यक है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन क्षेत्र की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति से आप क्या समझते हैं? इसकी प्रकृति को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति और तुलनात्मक सरकार में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- उदार लोकतन्त्र से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- पूँजीवाद से आप क्या समझते हैं, इसके गुण-दोष क्या हैं?
- प्रश्न- समाजवादी राज्य क्या है, इसकी कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- समाजवाद की परिभाषा दीजिए। विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- उपनिवेशवाद क्या है? इसकी विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- विकासशील देशों में राज्य की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों से क्या अभिप्राय है? इसकी विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों कानून से किस प्रकार भिन्न हैं? प्रमुख अभिसमयों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों का पालन क्यों होता है? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- राजपद से आपका क्या अभिप्राय है? इसकी शक्तियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- राजा एवं राजपद अन्तर को स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- मन्त्रिमण्डलात्मक प्रणाली का उद्भव एवं विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मन्त्रिमंडल के संगठन एवं मंत्रिमण्डल व्यवस्था की विशेषताओं की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- मन्त्रिमंडल के कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बिटिश प्रधानमंत्री सारे शासन तंत्र की धुरी है।' इस कथन की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ग्रेट ब्रिटेन की सम्प्रभुता की विवेचना कीजिए तथा इस प्रभुसत्ता की सीमाओं का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- लार्ड सभा की रचना कार्यों व उनकी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- इंग्लैंड की समिति प्रणाली के बारे में आप क्या जानते हैं? इसके कितने प्रकार होते हैं?
- प्रश्न- कामन्स सभा क्या है? इसके संगठन एवं पदाधिकारियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कामन्स सभा की शक्तियों, कार्यों एवं व्यावहारिक स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कामन सभा के स्पीकर एवं उसकी शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश समिति व्यवस्था की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में विधेयकों का वर्गीकरण कीजिए एवं व्यवस्थापन प्रक्रिया पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- न्यायपालिका से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश न्यायपालिका के संगठन पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश न्याय व्यवस्था की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विधि का शासन ब्रिटिश संविधान का एक विशिष्ट लक्षण है। इस कथन की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- राजनीतिक दलों से क्या तात्पर्य है? राजनीतिक दलों की भूमिका एवं महत्व को समझाइये।
- प्रश्न- राजनीतिक दल प्रणाली के विभिन्न रूपों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजनीतिक दलों के संगठन, कार्यक्रम एवं उनकी भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ग्रेट ब्रिटेन में राजनीतिक दलों की भूमिका की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश दल पद्धति की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों के महत्व का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के ऐतिहासिक कारणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के राजनैतिक कारणों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के मनोवैज्ञानिक कारणों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के अन्तर्राष्ट्रीय कारणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल की कानूनी स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल की व्यावहारिक स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल एवं क्राउन के सम्बन्ध को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मन्त्रिमंडल का ब्रिटिश की संवैधानिक व्यवस्था में क्या महत्व है?
- प्रश्न- मंत्रिमंडल की महत्ता के औचित्य को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल की महत्ता के कारण बताइये।
- प्रश्न- लार्ड सभा ने सुधार के क्या प्रयास किये?
- प्रश्न- क्या ग्रेट ब्रिटेन में संसद संप्रभु है?
- प्रश्न- 'संसदीय प्रभुता' के सिद्धान्त का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- विपक्षी दल की भूमिका का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रिवी काउन्सिल की न्यायिक समिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- लार्ड सभा एवं प्रिवी काउन्सिल की न्यायिक समिति में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश कानून कितने प्रकार से प्रयोग में लाये जाते हैं?
- प्रश्न- राजनीतिक दलों के कार्यों का विवेचनात्मक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- राजनीतिक दल मतदाताओं में अपना समर्थन बढाने के लिये कौन-कौन से साधनों का प्रयोग करते हैं।
- प्रश्न- ब्रिटेन तथा फ्राँस की दलीय प्रणाली का तुलनात्मक विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के राष्ट्रपति के कार्यों, शक्तियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिकी राष्ट्रपति की वृद्धि एवं उसके कारणों की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- अमेरिकी व ब्रिटिश मंत्रिमंडल की तुलना कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश संप्रभु (क्राउन) प्रधानमंत्री तथा अमेरिकी राष्ट्रपति की तुलनात्मक विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के सीनेट के गठन, उसकी शक्ति एवं कार्यों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिनिधि सभा के संगठन, शक्ति एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिकी कांग्रेस की शक्ति एवं कार्यों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका का उच्चतम न्यायालय व्यवस्थापिका का तृतीय सदन बनता जा रहा है। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सर्वोच्च के महत्व का विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- न्यायिक पुनर्निरीक्षण से आप क्या समझते हैं? अमेरिका के उच्चतम न्यायालय के संदर्भ में इसकी व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- सर्वोच्च न्यायालय की कार्य-प्रणाली का विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय के गठन का संक्षिप्त वर्णन कीजिए। अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति तथा भारत के सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति में क्या अन्तर है?
- प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों के उद्भव एवं विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका की राजनीतिक व्यवस्था में राजनीतिक दलों की क्या भूमिका है?
- प्रश्न- अमेरिका तथा ब्रिटेन के राजनीतिक दलों की समानता और असमानताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- दबाव अथवा हित समूह से आप क्या समझते हैं? दबाव समूह के प्रमुख लक्षण एवं साधनों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- संयुक्त राज्य अमरीका के संविधान की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- अमेरिकी राष्ट्रपति को दलीय अथवा राष्ट्रीय नेता के रूप में पर टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- राष्ट्रपति एवं मन्त्रिमण्डल के सम्बन्धों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जैरीमैण्डरिंग पर संछिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सीनेट के महत्व पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- यू. एस. ए. 'सीनेट की शिष्टता' का क्या अर्थ है?
- प्रश्न- प्रतिनिधि सभा की दुर्बलता के कारण बताइये।
- प्रश्न- संघीय न्यायपालिका कितने प्रकार की होती है?
- प्रश्न- संघीय न्यायलय क्यों आवश्यक है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- जिला न्यायालय पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- संघीय अपील न्यायालय पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों के महत्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों की कमियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अमरीका और इंग्लैण्ड की दल- प्रणाली की तुलना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के राजनीतिक दलों की कार्य प्रणाली का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- माओवाद क्या है? माओवाद के प्रमुख सिद्धान्त कौन-कौन से हैं?
- प्रश्न- कन्फ्यूशियसवाद क्या है? इसके प्रमुख सिद्धान्त कौन-कौन से हैं?
- प्रश्न- चीनी विधानमंडल राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस के गठन, शक्ति एवं कार्यों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- जनवादी कांग्रेस की स्थायी समिति के बारे में आप क्या जानते हंत उसकी शक्ति एवं कार्यों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- स्थायी समिति की शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन के राष्ट्रपति के कार्यों एवं अधिकारों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- चीन में न्याय व्यवस्था की प्रमुख विशेषतायें बताते हुये न्यायपालिका के संगठन एवं उसकी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन में साम्यवादी दल के संगठन का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन में साम्यवादी दल की भूमिका की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- एक देश दो प्रणाली नीति से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की स्थायी समिति पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की वास्तविक स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- चीन में कांग्रेस के सदस्यों के अधिकारों एवं दायित्वों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- चीन राज्य परिषद के गठन पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- चीन के सैनिक केन्द्रीय आयोग पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- चीन के राज्य परिषद की वास्तविक स्थिति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- चीन के राज्य परिषद की शक्ति एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन में प्रोक्यूरेटोरेट पद की व्यवस्था का विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड के वर्तमान संविधान की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड के संविधान की संशोधन प्रकिया का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रत्यक्ष लोकतन्त्र से आप क्या समझते हैं? स्विट्जरलैण्ड में प्रत्यक्ष लोकतन्त्र की सफलता के कारणों को इंगित कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड में प्रत्यक्ष प्रजातन्त्र की कार्यप्रणाली का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैंड की कार्यपालिका के बारे में बताइये।
- प्रश्न- स्विस व्यवस्थापिका के बारे में बताइये।