बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर 6 पेपर 1 अंकेक्षण बीकाम सेमेस्टर 6 पेपर 1 अंकेक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर 6 पेपर 1 अंकेक्षण
अध्याय 12 - प्रबन्धकीय पारिश्रमिक
(Managerial Remuneration)
ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिये चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प चुनिए।
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कम्पनी अधिनियम, 2013 की धारा 197 (1) (i) के अनुसार प्रबन्धक का कुल पारिश्रमिक कम्पनी के शुद्ध लाभ का ............... से अधिक नहीं हो सकता है।
(a) 1%
(b) 3%
(c) 5%
(d) 10% -
प्रबन्धकीय पारिश्रमिक के लिए कम्पनी के शुद्ध लाभ की गणना किस धारा के अनुसार की जाती है?
(a) धारा 196
(b) धारा 197
(c) धारा 198
(d) धारा 199 -
धारा 197 (1) के अनुसार एक सार्वजनिक कम्पनी अपने सभी संचालकों को अधिक से अधिक कितने प्रतिशत पारिश्रमिक दे सकती है?
(a) 6%
(b) 10%
(c) 11%
(d) 16% -
कुल प्रबन्धकीय पारिश्रमिक में क्या शामिल नहीं किया जाता है?
(a) फीस
(b) शुद्ध लाभ पर कमीशन
(c) उपरोक्त (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं -
किस धारा के अनुसार कम्पनी के संचालकों के पारिश्रमिक के अतिरिक्त सभा में आने के लिए फीस भी दी जा सकती है?
(a) धारा 197(1)
(b) धारा 197(2)
(c) धारा 197(5)
(d) धारा 197(4) -
यदि कम्पनी अपनी सामान्य सभा में विशेष प्रस्ताव पारित करके और केन्द्रीय सरकार की स्वीकृति लेकर पारिश्रमिक में वृद्धि करती है तो यह वृद्धि कितने वर्षों के लिए वैध रहेगी?
(a) 3
(b) 4
(c) 5
(d) 7 -
धारा 197(1)(i) के अनुसार यदि कम्पनी में केवल एक पूर्णकालिक संचालक या प्रबन्ध-संचालक है, तो ऐसे अकेले संचालक को अधिक से अधिक कितने प्रतिशत कमीशन दिया जा सकता है?
(a) 1%
(b) 3%
(c) 5%
(d) 10% -
धारा 197(1)(i) के अनुसार यदि कम्पनी में एक से अधिक प्रबन्ध-संचालक या पूर्णकालिक संचालक हैं तो सभी को मिलाकर शुद्ध लाभ का कितने प्रतिशत कमीशन दिया जा सकता है?
(a) 5%
(b) 8%
(c) 10%
(d) 11% -
धारा 197(1)(ii) के अनुसार यदि कम्पनी में कोई प्रबन्ध-संचालक या पूर्णकालिक संचालक अथवा प्रबन्धक है तो गैर-कार्यकारी संचालकों को कुल पारिश्रमिक अधिक से अधिक शुद्ध लाभ का ............ दिया जा सकता है।
(a) 1%
(b) 3%
(c) 5%
(d) 10%
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धारा 197(1)(ii) के अनुसार यदि कम्पनी में कोई प्रबन्ध संचालक या पूर्णकालिक संचालक अथवा प्रबन्धक नहीं है तो अंशकालिक संचालक को कुल पारिश्रमिक अधिक से अधिक शुद्ध लाभ का ........ दिया जा सकता है।
(a) 1%
(b) 3%
(c) 5%
(d) 10% -
वे संचालक जो न तो प्रबन्ध संचालक हैं और न पूर्णकालिक संचालक हैं अर्थात् अंशकालिक संचालक हैं केन्द्रीय सरकार की अनुमति लेकर पारिश्रमिक प्राप्त कर सकते हैं-
(a) मासिक
(b) त्रैमासिक
(c) वार्षिक
(d) उपरोक्त सभी -
वे संचालक जो न तो प्रबन्ध संचालक हैं और न पूर्णकालिक संचालक हैं अर्थात् अंशकालिक संचालक हैं और यदि कम्पनी विशेष प्रस्ताव द्वारा भुगतान को अधिकृत करे तो मासिक भुगतान न पाने वाले अंशकालिक संचालक निम्न रूप में पारिश्रमिक प्राप्त कर सकते हैं-
(a) कमीशन के रूप में
(b) आहारण के रूप में
(c) उपरोक्त (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं -
धारा 197(1) के अनुसार कम्पनी प्रबन्धकीय स्टाफ को अधिकतम पारिश्रमिक कमीशन के रूप में भुगतान कर सकती है ?
(a) 5%
(b) 10%
(c) 11%
(d) 12% -
प्रबन्धकीय पारिश्रमिक हेतु शुद्ध लाभ 25,00,000 ₹ है, प्रबन्ध संचालक को वेतन कमीशन होगा-
(a) 1,25,000 ₹
(b) 1,19,047 ₹
(c) 1,31,579 ₹
(d) इनमें से कोई नहीं -
कम्पनी अपने संचालकों को अधिकतम कितनी फीस प्रति सभा भुगतान कर सकती है ?
(a) 500 ₹
(b) 1000 ₹
(c) 1500 ₹
(d) 2000 ₹ -
लाभ न होने पर या अपर्याप्त लाभ होने पर कम्पनी केन्द्रीय सरकार की अनुमति लिये बिना अपनी प्रबन्धकीय टीम के प्रत्येक सदस्य को न्यूनतम पारिश्रमिक के रूप में कितना भुगतान कर सकती है यदि कम्पनी की प्रभावी पूँजी ऋणात्मक 5 करोड़ से कम है ?
(a) 30 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(b) 42 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(c) 60 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(d) 100 लाख ₹ प्रतिवर्ष -
यदि कम्पनी की प्रभावी पूँजी 5 करोड़ ₹ या अधिक है किन्तु 100 करोड़ ₹ से कम है, तो लाभ न होने या अपर्याप्त होने पर कम्पनी केन्द्रीय सरकार की अनुमति के बिना अपनी प्रबन्धकीय टीम के प्रत्येक सदस्य को न्यूनतम पारिश्रमिक के रूप में कितनी राशि का भुगतान कर सकती है ?
(a) 30 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(b) 42 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(c) 60 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(d) 100 लाख ₹ प्रतिवर्ष -
यदि कम्पनी की प्रभावी पूँजी 100 करोड़ ₹ या अधिक है किन्तु 250 करोड़ ₹ से कम है तो लाभ न होने या अपर्याप्त होने पर एक कम्पनी केन्द्रीय सरकार की अनुमति के बिना अपनी प्रबन्धकीय टीम के प्रत्येक सदस्य को निम्न में से कितना पारिश्रमिक दे सकती है ?
(a) 30 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(b) 42 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(c) 60 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(d) 60 लाख ₹ प्रतिवर्ष + 0.01% प्रभावी पूँजी
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यदि कम्पनी की प्रभावी पूँजी 250 करोड़ ₹ या अधिक है तो लाभ न होने या अपर्याप्त होने पर कम्पनी केन्द्रीय सरकार की अनुमति के बिना अपनी प्रबन्धकीय टीम के प्रत्येक सदस्य को निम्न में से कितना पारिश्रमिक दे सकती है ?
(a) 30 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(b) 60 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(c) 42 लाख ₹ प्रतिवर्ष
(d) 60 लाख ₹ प्रतिवर्ष + 0.01% प्रभावी पूँजी -
प्रबन्धकीय पारिश्रमिक में किसको शामिल नहीं किया जाता है?
(a) ग्रेच्युटी
(b) अवकाश वेतन
(c) उपरोक्त (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं -
प्रबन्धकीय पारिश्रमिक में किसको शामिल किया जाता है?
(a) किराया मुक्त आवास
(b) अवकाश वेतन
(c) ग्रेच्युटी
(d) इनमें से कोई नहीं -
प्रबन्धकीय पारिश्रमिक में किसको शामिल किया जाता है?
(a) व्ययों की प्रतिपूर्ति
(b) अवकाश यात्रा रियायत
(c) प्राविडेंट फण्ड
(d) इनमें से कोई नहीं -
प्रबन्धकीय पारिश्रमिक में किसको शामिल किया जाता है?
(a) नि:शुल्क या रियायती दर पर दी गई सुविधा
(b) शिक्षा भत्ता
(c) भारत के बाहर अध्ययनरत बच्चों के भारत आने पर दिया गया किराया
(d) इनमें से कोई नहीं -
प्रभावी पूँजी में किसको जोड़ा जाता है?
(a) चुकता समता अंशपूँजी
(b) चुकता पूर्वाधिकार अंशपूँजी
(c) उपरोक्त (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं -
प्रभावी पूँजी की गणना में किसको नहीं जोड़ा जाता है?
(a) पुनर्मूल्यांकन संचय
(b) प्रतिभूति प्रीमियम संचय
(c) पूँजी संचय
(d) जनता की जमाएँ -
प्रभावी पूँजी की गणना में किसको जोड़ा जाता है?
(a) पूँजी संचय
(b) प्रतिभूति प्रीमियम संचय
(c) जनता की जमाएँ
(d) उपरोक्त सभी -
प्रभावी पूँजी की गणना में किसको जोड़ा जाता है?
(a) दीर्घकालिक ऋण
(b) आधिव्यय
(c) आयकर संचय
(d) उपरोक्त सभी -
प्रभावी पूँजी की गणना करने में किसको घटाया जाता है?
(a) एकत्रित हानियाँ
(b) विनियम जो विनियोजन के न हों।
(c) प्रारम्भिक व्यय
(d) उपरोक्त सभी -
धारा 198 के अनुसार शुद्ध लाभ निकालने के लिए लाभ-हानि खाते से निकाले गये शुद्ध लाभ में किसको जोड़ना चाहिए?
(a) पूँजी व्यय पर व्यय
(b) विशेष हानि
(c) करारोपण के लिए प्रावधान
(d) उपरोक्त सभी
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धारा 198 के अनुसार शुद्ध लाभ निकालने के लिए लाभ-हानि खाते से निकाले गए शुद्ध लाभ में किसको जोड़ना चाहिए?
(a) मशीन के विक्रय पर पूंजीगत लाभ
(b) प्रबन्ध संचालकों का पारिश्रमिक
(c) कर्मचारियों को दिया गया स्वैच्छा से धन
(d) उपरोक्त सभी -
निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा असत्य है?
(a) एक कम्पनी प्रबन्ध संचालक और प्रबन्धक दोनों नहीं रख सकती है।
(b) प्रबन्धकीय पारिश्रमिक के भुगतान पर प्रतिवर्ष सभी प्रकार की कम्पनियों पर लागू होते हैं।
(c) प्रबन्धकीय पारिश्रमिक की गणना करने के लिए संचालकों की फीस को छोड़ दिया जाता है।
(d) प्रबन्धकीय पारिश्रमिक पर कोई प्रशासनिक उच्चतर सीमा नहीं है।
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