| शब्द का अर्थ | 
					
				| आहत					 : | वि० [सं० आ√हन्+क्त] १. जिसपर आघात हुआ हो। २. जिसे चोट आदि लगने के कारण घाव आदि हुआ हो। घायल। जखमी। पद—हताहत-मरे हुए तथा घायल लोग। ३. (व्याकरण में, ऐसा वाक्य) जिसमें परस्पर विरोधी बातें आदि हों। व्याघात नामक दोष से युक्त। ४. (गणित में, वह संख्या) जिसका गुणा किया गया हो। गुणित। ५. (कपड़ा) जो तुंरत पटक-पटक करके धोया और साफ किया गया हो। ६. पुराना। प्राचीन। पुं० १. कपड़ा। वस्त्र। २. ढोल। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| आहत-मुद्रा					 : | स्त्री० [सं० कर्म० स०] आरंभिक काल की वह मुद्रा (सिक्का) जो चाँदी, ताँबे आदि के छडों के छोटे टुकडो के रूप में केवल काट-पीट कर बनाई जाती थी और जिसपर किसी प्रकार का अंक या चिन्ह नहीं होता था। (वेन्टबार क्वायन) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| आहति					 : | स्त्री० [सं० आ√हन्+क्तिन्] १. आहत होने की अवस्था या भाव। २. आघात। चोट। मार। ३. गणित में, गुणा करने की क्रिया या भाव। गुणन। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |