शब्द का अर्थ
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					छकना					 :
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					अ० [सं० चकन] [भाव० छाक] १. किसी प्रकार की यथेष्ठ प्राप्ति से पूर्ण संतुष्ट होना। २. कौशल, चातुरी आदि में परास्त होना। हारना। स० कोई चीज इतनी मात्रा में खाना या पीना कि पूरी तृप्ति हो जाय। जैसे–प्रसाद या भोजन छकना। अ० [सं० चक्र=भ्रांत] १. चकराना। २. भ्रम में पड़कर परेशान होना।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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