शब्द का अर्थ
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					डरा					 :
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					पुं० [स्त्री० डरी]=डला। उदाहरण–-छिनकु छ्वाइ छबि गुरडरी छलै छबीलै छैल।–बिहारी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					डराकू					 :
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					वि०=डरपोक।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					डरा-डरी					 :
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					स्त्री० [हिं० डर] बार-बार मन में होनेवाला डर या भय।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					डराना					 :
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					स० [हिं० डरना] ऐसा काम करना जिससे कोई डर जाय। किसी के मन में डर उत्पन्न करना। अ=डरना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					डरापना					 :
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					वि=डरावना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) स०=डरपाना (डराना)।				 | 
			
			
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					डरावना					 :
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					वि० [हिं० डर+आवना (प्रत्यय)] [स्त्री० डरावनी] (चीज या बात) जो दूसरे के मन में डर उत्पन्न करे। भय-कारक। जैसे–डरावनी आँखें, डरावनी रात। स०=डराना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					डरावा					 :
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					पुं० [हिं० डराना] १. ऐसी बात जो किसी को डराने या भयभीत करने के लिए कही जाय। क्रि०प्र०-दिखाना। २.पक्षियों आदि को डराकर फलदार वृक्षों,फसल आदि से दूर रखने के लिए बनाई जानेवाली विकराल आकृति।				 | 
			
			
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					डराहुक					 :
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					वि=डरपोक।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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