शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					तंबू					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० तनना] १. मोटे कपड़े, टाट आदि को बाँसों, खूँटी, रस्सियों आदि की सहायता से तानकर बनाया हुआ अस्थायी आश्रय स्थान। खेमा। क्रि० प्र०–खड़ा करना। तानना। २. एक तरह की मछली।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					तंबूर					 :
				 | 
				
					पुं० [फा०] एक तरह का छोटा ढोल। पुं०=तंबूरा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					तंबूरची					 :
				 | 
				
					पुं० [फा० तंबूर+ची (प्रत्यय)] वह व्यक्ति जो तंबूरा बजाता हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					तंबूरा					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० तानपूरा] सितार की तरह का तीन तारोंवाला एक बाजा जो स्वर में सहायता देने के लिए बजाया जाता है। तानपूरा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					तंबूरातोप					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० तंबूरा+तोप] एक तरह की तंबूरे के आकार की बड़ी तोप।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					तंबूल					 :
				 | 
				
					पुं०=तांबूल।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |