शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					ताँवर					 :
				 | 
				
					पुं०=ताँवरा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					ताँवरना					 :
				 | 
				
					अ० [हिं० ताँवर] १. ताप से युक्त होना। तप्त होना। २. ज्वर के कारण शारीरिक तापमान अधिक होना। बुखार होना। ३. अधिक ताप के कारण मूर्च्छित या बेसुधहोना। ४. क्रुद्ध या नाराज होना। बिगड़ना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					ताँवरा					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० ताप, हिं० ताव०] १. शरीर का ताप नामक रोग। ज्वर। बुखार। २. जाड़ा देकर आनेवाला बुखार। जूड़ी। ३. बहुत अधिक गरमी या ताप। ४. गरमी आदि के कारण होनेवाली बेहोशी। मूर्च्छा। उदाहरण–-रीतौ परयौ जबै फल चाख्यौ उड़ि गयौ तूल ताँवरो आयो।–सूर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					ताँवरी					 :
				 | 
				
					स्त्री०=ताँवरा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |