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			| शब्द का अर्थ |  
				| नर-दारा					 : | पुं० [सं० नर और दारा] १. जनखा। हिजड़ा। २. वह जो पुरुष हो जाने पर भी स्त्रियों के से हाव-भाव दिखाता या रूप-रंग रखता हो। जनाना। ३. डरपोक व्यक्ति। स्त्री०=नर-नारि (द्रौपदी)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |