शब्द का अर्थ
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नियति :
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स्त्री० [सं० नि√यम्+क्तिन्] १. नियत होने की अवस्था या भाव २. बद्ध होने की अवस्था या भाव। ३. कोई ऐसा बँधा हुआ नियम जिसमें कुछ या कोई भी परिवर्तन न होता या न हो सकता हो। ४. ईश्वर या प्रकृति का विधान जो पहले से नियत होता है और जिसके अनुसार सब कार्य अपने समय पर बिना किसी व्यतिक्रम के और अवश्यम्भावी रूप से आप से आप होते चलते हैं। दैव। (डेस्टिनी) ५. प्रारब्ध या भाग्य जो उक्त का अथवा पूर्वकाल में अपने किये हुए कर्मों का परिणाम या फल माना जाता है और जिस पर मनुष्य का कोई वश नहीं चलता। अदृष्ट। ६. निश्चित या स्थिर होने की अवस्था या भाव। मुदर्ररी। ७. दुर्गा या भगवती का एक नाम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नियतिवाद :
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पुं० [ष० त०] वह सिद्धांत जिससे यह माना जाता है कि (क) संसार में जो कुछ होता है, वह सब परंपरागत कारणों से अवश्यंभावी परिणाम या फल के रूप में होता है, और (ख) लौकिक कार्यों में मनुष्य का पुरुषार्थ गौण तथा ईश्वर की इच्छा या प्रकृति की प्रेरणा और विधान ही सबसे अधिक प्रबल होता है। (डिटरमिनिज्म) विशेष–प्राचीन काल में इसकी गणना नास्तिक मतों में की जाती थी। |
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समानार्थी शब्द-
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नियतिवादी (दिन्) :
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वि० [सं० नियति√वद् (बोलना)+णिनि] नियतिवाद-संबंधी। पुं० वह जो नियतिवाद का सिद्धांत मानता हो अथवा उसका अनुयायी हो। (डिटकमिनिस्ट) |
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