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			| शब्द का अर्थ |  
				| न्यारा					 : | वि० [सं० निर्निकट, प्रा० निन्निअड़, पुं० हिं० निन्यार] [स्त्री० न्यारी] १. जो पास न हो। २. अलग। जुदा। पृथक्। ३. अन्य। दूसरा। भिन्न। जैसे–यह बात न्यारी है। ४. जो अपने किसी विलक्षण गुण या विशेषता के कारण औरों से भिन्न और श्रेष्ठ हो। निराला। जैसे–मथुरा तीन लोक से न्यारी। (कहा०) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |