शब्द का अर्थ
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पचासा :
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पुं० [हिं० पचास] १. एक ही जाति की पचास वस्तुओं का कुलक या समूह। २. पचास रुपये। जैसे—सैर करने में पचासा लगेगा। ३. वह बटखरा या बाट जो तौल में पचास रुपयों या पचास भरी के बराबर हो। ४. संकटसूचक वह घड़ियाल जो लगातार कुछ समय तक बराबर टन-टन करते हुए बजाया जाता है कि जिसका उद्देश्य आस-पास के सिपाहियों को केन्द्र में बुलाना होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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