शब्द का अर्थ
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पथराव :
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पुं० [हिं० पथराव=पत्थर की तरह होना] पत्थर की तरह कठोर और स्तब्ध होने की क्रिया, दशा या भाव। जैसे—आँखों का पथराव। पुं० [हिं० पथराना=पत्थरों से मारना] किसी पर बार-बार पत्थर के टुकड़े फेंकते रहने की क्रिया। जैसे—वह उसकी कामनाओं के शीशमहल पर इसी प्रकार पथराव करती रही। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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