शब्द का अर्थ
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परोपकार :
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पुं० [सं० पर-उपकार, ष० त०] [भाव० परोपकारिता] ऐसा काम जिससे दूसरों का उपकार या भलाई होती हो। दूसरों के हित का काम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परोपकारक :
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पुं० [सं० पर-उपकारक, ष० त०] परोपकारी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परोपकारिता :
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पुं० [सं० परोपकारिन्+तल्+टाप्] १. परोपकार करने की क्रिया या भाव। २. परोपकार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परोपकारी (रिन्) :
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पुं० [सं० परोपकार+इनि] [स्त्री० परोपकारिणी] वह जो दूसरों का उपकार या हित करता हो। दूसरों की भलाई या हित का काम करने अथवा ऐसी बातें बतलानेवाला जिनसे दूसरों का हित हो सकता हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परोपकार :
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पुं० [सं० पर-उपकार, ष० त०] [भाव० परोपकारिता] ऐसा काम जिससे दूसरों का उपकार या भलाई होती हो। दूसरों के हित का काम। |
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परोपकारक :
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पुं० [सं० पर-उपकारक, ष० त०] परोपकारी। |
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परोपकारिता :
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पुं० [सं० परोपकारिन्+तल्+टाप्] १. परोपकार करने की क्रिया या भाव। २. परोपकार। |
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परोपकारी (रिन्) :
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पुं० [सं० परोपकार+इनि] [स्त्री० परोपकारिणी] वह जो दूसरों का उपकार या हित करता हो। दूसरों की भलाई या हित का काम करने अथवा ऐसी बातें बतलानेवाला जिनसे दूसरों का हित हो सकता हो। |
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