| शब्द का अर्थ | 
					
				| पर्यास					 : | पुं० [सं० परि√अस् (फेंकना)+घञ्] १. पतन। गिरना। २. वध। हत्या। ३. नाश। पुं०=प्रयास।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पर्यासन					 : | पुं० [सं० परि√अस् (बैठना)+ल्युट्—अन] १. किसी को घेर कर बैठना। किसी के चारों ओर बैठना। २. परिक्रमा करना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पर्यास					 : | पुं० [सं० परि√अस् (फेंकना)+घञ्] १. पतन। गिरना। २. वध। हत्या। ३. नाश। पुं०=प्रयास।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पर्यासन					 : | पुं० [सं० परि√अस् (बैठना)+ल्युट्—अन] १. किसी को घेर कर बैठना। किसी के चारों ओर बैठना। २. परिक्रमा करना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |