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			| शब्द का अर्थ |  
				| पांडु-रंग					 : | पुं० [सं० पांडुर-अंग, ब० स०, शक०, पररूप] १. एक प्रकार का साग जो वैद्यक के अनुसार स्वाद में तिक्त और कृमि, श्लेष्मा, कफ आदि का नाश करनेवाला माना जाता है। २. पुराणानुसार विष्णु के एक अवतार। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| पांडु-रंग					 : | पुं० [सं० पांडुर-अंग, ब० स०, शक०, पररूप] १. एक प्रकार का साग जो वैद्यक के अनुसार स्वाद में तिक्त और कृमि, श्लेष्मा, कफ आदि का नाश करनेवाला माना जाता है। २. पुराणानुसार विष्णु के एक अवतार। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |