शब्द का अर्थ
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पाका :
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पुं० [हिं० पकाना] १. शरीर के विभिन्न अंगों के पकने की क्रिया या भाव । २. फोड़ा। वि०=पक्का। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाकागार :
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पुं० [सं० पाक-आगार, ष० त०] पाकशाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाकात्यय :
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पुं० [सं० पाक-अत्यय, ब० स०] आँख का एक रोग जिसमें उसका काला भाग सफेद हो जाता है। पुलती का सफेद हो जाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाकाभिमुख :
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वि० [सं० पाक-अभिमुख, स० त०] जो पक रहा हो अथवा पूर्ण रूप से पकने को हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाकारि :
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पुं० [पाक-अरि, ष० त०] १. इंद्र। २. सफेद कचनार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाका :
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पुं० [हिं० पकाना] १. शरीर के विभिन्न अंगों के पकने की क्रिया या भाव । २. फोड़ा। वि०=पक्का। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाकागार :
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पुं० [सं० पाक-आगार, ष० त०] पाकशाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाकात्यय :
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पुं० [सं० पाक-अत्यय, ब० स०] आँख का एक रोग जिसमें उसका काला भाग सफेद हो जाता है। पुलती का सफेद हो जाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाकाभिमुख :
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वि० [सं० पाक-अभिमुख, स० त०] जो पक रहा हो अथवा पूर्ण रूप से पकने को हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाकारि :
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पुं० [पाक-अरि, ष० त०] १. इंद्र। २. सफेद कचनार। |
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समानार्थी शब्द-
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