शब्द का अर्थ
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पाणिक :
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वि० [सं० पण+ठक्—इक] १. व्यापार या व्यापारी-संबंधी। २. दाँव या बाजी लगाकर जीता हुआ। पुं० १. व्यापारी। २. सौदा। ३. हाथ। ४. कार्तिकेय का एक गण। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाणिकर्ण :
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पुं०=पाणिकर्मा (शिव)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाणिका :
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स्त्री० [सं० पाणि+कन्+टाप्] एक प्रकार का गीत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाणिक :
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वि० [सं० पण+ठक्—इक] १. व्यापार या व्यापारी-संबंधी। २. दाँव या बाजी लगाकर जीता हुआ। पुं० १. व्यापारी। २. सौदा। ३. हाथ। ४. कार्तिकेय का एक गण। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाणिकर्ण :
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पुं०=पाणिकर्मा (शिव)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाणिका :
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स्त्री० [सं० पाणि+कन्+टाप्] एक प्रकार का गीत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |