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			| शब्द का अर्थ |  
				| पिया-साल					 : | पुं० [सं० पीतसाल, प्रियसालक] बहेड़े या अर्जुन की जाति का एक प्रकार का बड़ा पेड़ जो भारतवर्ष के जंगलों में प्रायः सब जगह होता है। इसके पत्ते, छाल तथा लकड़ी कई तरह के कामों में आती है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| पिया-साल					 : | पुं० [सं० पीतसाल, प्रियसालक] बहेड़े या अर्जुन की जाति का एक प्रकार का बड़ा पेड़ जो भारतवर्ष के जंगलों में प्रायः सब जगह होता है। इसके पत्ते, छाल तथा लकड़ी कई तरह के कामों में आती है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |