| शब्द का अर्थ | 
					
				| पुंसवन					 : | वि० [सं० पुंस्√सू (प्रसव करना)+ल्युट्—अन] पुत्र उत्पन्न करनेवाला। पुं० १. द्विजातियों के सोलह संस्कारों में से दूसरा संस्कार जो गर्भाधान से तीसरे महीने इस उद्देश्य से किया जाता है कि गर्भिणी स्त्री पुत्र प्रसव करे। २. वैष्णवों का एक प्रकार का व्रत। ३. दूध। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुंसवन					 : | वि० [सं० पुंस्√सू (प्रसव करना)+ल्युट्—अन] पुत्र उत्पन्न करनेवाला। पुं० १. द्विजातियों के सोलह संस्कारों में से दूसरा संस्कार जो गर्भाधान से तीसरे महीने इस उद्देश्य से किया जाता है कि गर्भिणी स्त्री पुत्र प्रसव करे। २. वैष्णवों का एक प्रकार का व्रत। ३. दूध। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |