| शब्द का अर्थ | 
					
				| पुरना					 : | अ० [हिं० पूरा] १. पूरा या पूर्ण होना। २. यथेष्ट मात्रा या मान में प्राप्त होना। उदा०—पुरती न जो पै मोर-चंद्रिका किरीटकाज, जुरती कहा न काँच किरचै कुमाय की।—रत्नाकर। ३. समाप्त होना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुरना					 : | अ० [हिं० पूरा] १. पूरा या पूर्ण होना। २. यथेष्ट मात्रा या मान में प्राप्त होना। उदा०—पुरती न जो पै मोर-चंद्रिका किरीटकाज, जुरती कहा न काँच किरचै कुमाय की।—रत्नाकर। ३. समाप्त होना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |