शब्द का अर्थ
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पुरोडा :
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पुं० [सं० पुरस्√दाश् (दान)+घञ्, डत्व] १. जौ के आटे की बनी हुई वह टिकिया जो कपाल में पकाई जाती थी। यज्ञों में इसमें से टुकड़ा काटकर देवताओं के लिए मंत्र पढ़कर आहुति दी जाती थी। २. उक्त आहुति देने के समय पढ़ा जानेवाला मंत्र। ३. उक्त का वह अंश जो हवि देने के बाद बच रहता था। ४. यज्ञ में दी जानेवाली आहुति या हवि। ५. सोमरस। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुरोडा :
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पुं० [सं० पुरस्√दाश् (दान)+घञ्, डत्व] १. जौ के आटे की बनी हुई वह टिकिया जो कपाल में पकाई जाती थी। यज्ञों में इसमें से टुकड़ा काटकर देवताओं के लिए मंत्र पढ़कर आहुति दी जाती थी। २. उक्त आहुति देने के समय पढ़ा जानेवाला मंत्र। ३. उक्त का वह अंश जो हवि देने के बाद बच रहता था। ४. यज्ञ में दी जानेवाली आहुति या हवि। ५. सोमरस। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |