| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| पैवस्त					 : | वि० [फा०] [भाव० पैवस्तगी।] १. (तरल पदार्थ) जो किसी चीज के अंदर घुसकर सब भागों में फैल गया हो। अच्छी तरह सोखा और समाया हुआ। जैसे—सिर में तेल पैवस्त होना। २. (घन पदार्थ) जो किसी के अंदर धँसकर अच्छी तरह बैठ गया हो। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |