शब्द का अर्थ
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प्रमोह :
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पुं० [सं० प्र√मुह+घञ्] १. मोह। २. मूर्च्छा। ३. मूर्खता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रमोहन :
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पुं० [सं० प्र√मुह्+णिच्+ल्युट्—अन] [भू० कृ० प्रमोहित] १. मोहित करने की क्रिया या भाव। २. एक प्रकार का अस्त्र जिसके विषय में कहा जाता है कि इसे चलाने से शत्रु के सैनिक मोह के वश में हो जाते थे। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रमोहित :
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भू० कृ० [सं० प्र√मुह+णिच्+क्त] १. मोहित। २. प्रमोह अस्त्र के चलने के फलस्वरूप जो मोह में पड़ गया हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रमोही (हिन्) :
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वि० [सं० प्र√मुह+णिच्+णिनि] १. प्रमोह या मोहसंबंधी। २. मोहित करनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |