शब्द का अर्थ
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प्रसित :
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भू० कृ० [सं० प्र√सि (बंधन)+क्त] [भाव० प्रसिति] १. कसा या बँधा हुआ। २. लक्षित और स्पष्ट। पुं० पीब। मवाद। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रसिति :
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स्त्री० [सं० प्र√सि+क्तिन्] १. कँसे या बँधे होने की अवस्था या भाव। २. वह चीज जिससे किसी को कसा या बाँधा गया हो। जैसे—रस्सी। ३. जाल। ४. रश्मि। ५. ज्वाला। लपट। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |