शब्द का अर्थ
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प्रस्फुट :
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वि० [सं० प्र√स्फुट् (विकसित होना)+क] १. खिला हुआ विकसित। भू० कृ० १. (फूल) जो खिला हुआ हो। २. (बात या विषय) जो बिलकुल स्पष्ट हो। ३. प्रकट। व्यक्त। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रस्फुटन :
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पुं० [सं० प्र√स्फुट् (पुराना, गति आदि)+ल्युट्—अन] [भू० कृ० प्रस्फुटित] १. (फूलों का) खिलना। फूटना। निकलना। २. व्यक्त होना। ३. प्रकाशित होना। ४. स्फूर्ति होना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |