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			| शब्द का अर्थ |  
				| बक-वृत्ति					 : | स्त्री० [सं० ष० त०] बकों या बगुलों (पक्षियों) की सी वह वृत्ति जिसमें वह ऊपर से देखने पर तो बहुत भोला-भाला या सीधा-सादा बना रहता है पर अन्दर ही अन्दर अनेक प्रकार के छल-कपट की बातें सोचता रहता है। वि० [ष० त०] (व्यक्ति) जिसकी मनोवृत्ति उस प्रकार की हो बक-ध्यानी। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |