| शब्द का अर्थ | 
					
				| बनार					 : | पुं० [?] १. चाकसू नामक ओषधि का वृक्ष। २. काला सकौदा। कासमर्द। ३. एक मध्ययुगीन राज्य जो वर्तमान काशी की सीमा पर था। अव्य दे० ‘बनाय’। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| बनारना					 : | स० [?] काटना, विशेषतःकाट-काटकर किसी चीज के टुकड़े करना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| बनारस					 : | पुं० [सं० वाराणसी] [वि० बनारसी] हिन्दुओं के प्रसिद्ध तीर्थ काशी का आधुनिक नाम। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| बनारसी					 : | वि० [हिं० बनारस+ई (प्रत्यय)] १. बनारस (नगर) संबंधी। २. बनारस में बनने, रहने या होनेवाला। जैसे—बनारसी साड़ी। पुं० बनारस का निवासी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| बनारी					 : | स्त्री० [सं० प्रणाली] कोल्हू में नीचे की ओर लगी हुई नाली की वह लकड़ी जिससे रस-नीचे नांद में गिरता है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |