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			| शब्द का अर्थ |  
				| यात-याम					 : | वि० [सं० ब० स०] १. जिसके महत्त्वपूर्ण दिन बीत चुके हों। २. जो पुराना पड़ने के कारण इतना निरर्थक और महत्त्वहीन हो चुका हो कि प्रस्तुत काल में उसका कोई उपयोग न हो सकता हो। गतावधि। ‘अद्यतन’ का विपर्याय। (आउट आफ डेट) उदाहरण—‘भारतेन्दु’ में कुछ लेख ऐसे भी निकले थे, जो आज भी यात-याम नहीं हुए हैं।—रायकृष्णदास। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |