शब्द का अर्थ
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					राजसूय					 :
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					पुं० [सं० राजन्√सू (प्रसव)+क्यप्] एक प्रकार का यज्ञ जो बड़े-बड़े राजा सम्राट पद के अधिकारी बनने के लिए करते थे। यह अनेक यज्ञों की समष्टि के रूप में होता और बहुत दिनों तक चलता था। इस यज्ञ के उपरान्त राजा को दिग्विजय के लिए निकलना पड़ता था और दिग्विजय कर चुकने पर वह सम्राट पद का अधिकारी होता था।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					राजसूयिक					 :
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					वि० [सं० राजसूय+ठक्-इक] राजसूय यज्ञ के रूप में होनेवाला अथवा उससे संबंध रखनेवाला।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					राजसूयी (यिन्)					 :
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					पुं० [सं० राजसूय+इनि] राजसूय यज्ञ करनेवाला पुरोहित।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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