शब्द का अर्थ
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					लहल					 :
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					पुं० [?] एक प्रकार का राग जो दीपक राग का पुत्र कहा गया है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					लहलहा					 :
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					वि० [हिं० लहलहाना] [स्त्री० लहलही] १. फूल-पत्तों से भरा और सरस लहलहाता हुआ। हरा भरा। २. परम प्रसन्न और प्रफुल्ल।				 | 
			
			
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					लहलहाट					 :
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					स्त्री० [हिं० लहलहाना] १. लहलहाते हुए होने की अवस्था या भाव। २. हरियाली। जैसे—मैं इस हवा में क्या क्या बरसात की बहारें। सब्जों की लहलहाहट बागात की बहारें।—नजीर।				 | 
			
			
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					लहलहाना					 :
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					अ० [हिं० लहरना (पत्तियों का)] १. लहरानेवाली हरी पत्तियों से भरना। फूल-पत्तियों से सरस और सजीव दिखाई देना। हरा-भरा होना। २. सूखे पेड़ पौधों का फिर से हरा-भरा होना। पनपना संयो० क्रि०—उठना।—जाना। ३. आनन्द या हर्ष से पूर्ण होना। प्रफुल्ल होना। ४. दुबले शरीर का फिर से सबल या हृष्ट-पुष्ट होना। संयो० क्रि०—उठना।				 | 
			
			
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					लहली					 :
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					स्त्री० [देश] वह दल-दल जो किसी जलाशय के सूखने पर रह जाती है।				 | 
			
			
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