| शब्द का अर्थ | 
					
				| शमि					 : | स्त्री० [सं० शम+इनि] १. शिंबी धान्य (मूँग, मसूर, सोठ, उड़द, चना, अरहर, मटर, कुलथी, लोबिया इत्यादि)। २. सफेद कीकर। पुं०=यज्ञ। | 
			
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				| शमित					 : | भू० कृ० [सं०√शम् (शान्त होना)+क्त] १. जिसका शमन किया गया हो या हुआ हो। दबाया हुआ। २. शान्त। | 
			
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				| शमिता (तृ)					 : | पुं० [सं०√शम् (शान्त होना)+तृच्] यज्ञ में पशु की बलि देनेवाला। | 
			
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				| शमिपत्र					 : | पुं० [सं० ब० स०] पानी में होनेवाली लजालू नाम की लता। | 
			
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				| शमिंदा					 : | वि०=शरमिंदा। | 
			
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