| शब्द का अर्थ | 
					
				| शिलींध्र					 : | पुं० [सं० शिली√धृ (रखना)+क, पृषो० मुम्] १. केले का फूल। २. आकाश से गिरनेवाला ओला। बिनौरी। ३. भुँइछत्ता। ४. कठ-केला। ५. शिलिंद नामक मछली। | 
			
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				| शिलींध्रक					 : | पुं० [सं० शिलीध्र+कन्] कुकुरमुत्ता। खुमी। | 
			
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				| शिलीध्री					 : | स्त्री० [सं० शिलिध्र—ङीप्] १. केंचुआ। गंडूपदी। २. मिट्टी। ३. एक प्रकार का पक्षी। | 
			
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				| शिली					 : | स्त्री० [सं० शिल-ङीष्] १. केचुआ। २. मेढ़क। ३. देहिलीज। ४. भोजपत्र। ५. तीर। बाण। ६. भाला। | 
			
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				| शिलीपद					 : | पुं० [सं० ब० स] फीलपाँव नामक रोग। श्लीपद। | 
			
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				| शिलीभूत					 : | भू० कृ० [सं०] जो जमकर पत्थर के सदृश कठोर हो गया हो। | 
			
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				| शिलीमुख					 : | पुं० [सं० ब० स०] १. भ्रमर। २. तीर। बाण। ३. युद्ध। समर। वि० बेवकूफ। मूर्ख। | 
			
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