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			| शब्द का अर्थ |  
				| शोषक					 : | वि० [सं०√शुष् (शोखना)+णिच्, ण्वुल—अक] १. सोखनेवाला। २. आर्द्रता, नमी आदि चूस या सोख लेनेवाला। ३. क्षीण करनेवाला। ४. अपने लाभ या स्वार्थ के लिए नष्ट करनेवाला। ५. दूर करने या हटानेवाला। पुं० १. वह जो दूसरों का धन हरण करता हो, तथा उनका पूरा पूरा वास्तविक देय भाग न देता हो। २. समाज का वह वर्ग जो धन खींचता तथा बटोरता चलता हो और गरीबों को और अधिक गरीब बनाता चलता हो। (एक्सप्लाइटर, उक्त दोनों अर्थों में) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |