शब्द का अर्थ
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संदान :
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पुं० [फा०] १. एक प्रकार की निहाई जिसका एक कीला नुकीला और दूसरा चौड़ा होता है। २. बाँधने की रस्सी या सिकड़ी। ३. बाँधने की क्रिया या भाव। ४. हाथी का गंडस्थल जहाँ से उसका मद बहता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संदानिनी :
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स्त्री० [सं० संदान+इनि—ङीप्] गौओं के रहने का स्थान। गोशाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |