| शब्द का अर्थ | 
					
				| आँड़					 : | पुं० [सं० अण्डम्, प्रा० गुं० मरा० अंड, पं० का० आंड, सिं० आनो० उ० बं० आंडा] १. अंडकोश।२. हिरण्यगर्भ। | 
			
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				| आँड़ी					 : | स्त्री० [सं० अण्ड] १. अंटी। गाँठ। २. गाँठ के रूप में होनेवाला कंद। जैसे—प्याज या लहसुन की आँड़ी। ३. कोल्हू की जाठ का गोल सिरा। ४. पहिए की सामी या हल। बंद। | 
			
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				| आँड़ू					 : | वि० [सं० अण्ड-अण्डकोश] (पशु) जो बधिया न किया गया हो। जिसके अंडकोश वर्त्तमान हों। (अन्-कैस्ट्रेटेड)। | 
			
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