शब्द का अर्थ
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आड़ा :
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वि० [सं० अल्-रोकना या डिं०आड़] १. आँखों के समानांतर दाहिने से बाएँ अथवा बाएँ से दाहिने गया हुआ अथवा इस बल में रखा हुआ। क्षैतिज। (हाँरिजेन्टल) २. जो नीचेवाले कोने के सामने के ऊपरवाले कोने की तरफ उठता हुआ गया हो। तिरछा। तिर्यक। जैसे—कपड़े की आड़ी काट। मुहावरा—आड़ा या आड़े आना या होना=सामने आकर बाधा या रुकावट खड़ी करना। उदाहरण— मर्यादा आड़ी भई, आगे दियो न पाँव।—लक्ष्मण सिंह। आड़े तिरछे होना=नाराज होकर झगड़ा बढ़ानेवाली बाते करना। ३. उग्र या कठोर। विकट। जैसे—आड़ा समय। उदाहरण—पाँव न चालै पंथ दुहेलो आड़ा औघट घाट।—मीराँ। मुहावरा—(किसी के) आड़े आना=संकट में पड़े हुए व्यक्ति के पास जाकर उसके कष्ट निवारण में सहायक होना। जैसे—यों मित्र तो सभी थे पर उस विपत्ति के समय आप ही हमारे आड़े आये। (किसी को) आड़े हाथों लेना=खरी-खोटी सुनाकर निरुतर और लज्जित करना। ४. जिसका क्रम या गति बिलकुल सीधी न हो, बल्कि बीच में नियत से कुछ इधर-उधर हो जाता हो। जैसे—आड़ा खेमटा, आड़ा चौताल। ५. जो कहीं से बीच में आ पड़ा हो। उदाहरण—त्रिणि दीह लगन वेला आड़ा तै।—पृथीराज। पुं० [सं० आलि-देखा] १. एक प्रकार का कपड़ा जिसपर आड़ी तिरछी धारियाँ होती हैं। २. जुलाहों का लकड़ी का वह ढ़ाँचा जिसपर सूत फैलाये जाते है। ३. जहाज या नाव का लट्ठा या शहतीर। |
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समानार्थी शब्द-
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आड़ा-खेमटा :
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पुं० [हिं० आड़ा+खेमटा] संगीत में तेरह मात्राओं का एक ताल। |
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आड़ा-चौताला :
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पुं० [हिं० आड़ा+चौताल] संगीत में सात मात्राओं का एक ताल। |
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आड़ा पंच ताल :
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पुं० [हिं० आड़ा+पंच+ताल] संगीत में ५ आघातों और ९ मात्राओं का एक ताल। |
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आड़ा-लोट :
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वि० [हिं० आडा+लोटना] डगमगा कर एक ओर गिरता हुआ। मुहावरा—आडा लोट मारना=जहाज का लहरों में पड़कर उलटने लगना। |
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