| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| आस्रव					 : | पुं० [सं० आ√स्रु+अप्] १. पकते हुए चावल की झाग या फेन। २. पनाला। उदाहरण—आस्रव इंद्रिय द्वार कहावै। जीवहिं विशयन ओर बहावै। ३. कष्ट। क्लेश। ४. मन के दोष, मल या विकार। (बौद्ध)। ५. आत्मा की शुभ और अशुभ गतियाँ। (जैन)। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |