| शब्द का अर्थ | 
					
				| आस्वाद					 : | पुं० [सं० आ√स्वद्+घ़ञ्] कोई चीज खाने या पीने के समय मिलनेवाला उसका रस या जीभ को होनेवाली उसकी अनूभूति। स्वाद। | 
			
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				| आस्वादन					 : | पुं० [सं० आ√स्वद्+णिच्+ल्युट्] [वि० आस्वादनीय, आस्वाद्य, भू० कृ० आस्वादित] १. कोई चीज खा या चख कर यह देखना कि उसका स्वाद कैसा है। २. लाक्षणिक रूप में प्रयोग के द्वारा यह जानना या समझना कि किसी चीज या बात में कैसा रस होता है। | 
			
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				| आस्वादनीय					 : | वि० [सं० आ√स्वद्+णिच्+अनीयर] जिसका आस्वादन किया जा सके या किया जाने को हो। | 
			
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				| आस्वादित					 : | भू० कृ० [सं० आ√स्वद्+णिच्+क्त] जिसका आस्वादन किया गया हो। चखकर देखा हुआ। | 
			
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