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			| शब्द का अर्थ |  
				| आहरण					 : | पुं० [सं० आ√हृ+ल्युट्] [वि० आहरणीय, आहृत, कर्तृ० आहर्ता] कुछ चुराकर या छीनकर कहीं ले जाना। पुं० =आभरण (गहना)। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| आहरणीय					 : | वि० [सं० आ√ह्र+अनीयर] जिसे हरण किया जा सके। चुराये, छीने या हरे जाने के योग्य। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |