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			| शब्द का अर्थ |  
				| उअना					 : | अ० [सं० उदय, हिं० उगना] उदित होना। उगना। उदाहरण—उयौ सरद राका-ससी, करति क्यों न चित चेतु।—बिहारी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| उअना					 : | अ० [सं० उदय, हिं० उगना] उदित होना। उगना। उदाहरण—उयौ सरद राका-ससी, करति क्यों न चित चेतु।—बिहारी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |