| शब्द का अर्थ | 
					
				| उगार					 : | पुं० [हिं० उगारना] १. उगारने की क्रिया या भाव। २. धीरे-धीरे निचुड़कर इकट्ठा होनेवाला जल। ३. कपड़ा रँगने के बाद उसका निचोड़ा हुआ रंगीन पानी। पुं० =उद्गार।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उगारना					 : | स० [सं० उदगलन] १. कुएँ में ऊपर से पड़ी हुई मिट्टी ०या पुराना खराब पानी निकालकर उसकी सफाई करना। २. उद्धार करना। उबारना। स० दे० ‘उकासना’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उगार					 : | पुं० [हिं० उगारना] १. उगारने की क्रिया या भाव। २. धीरे-धीरे निचुड़कर इकट्ठा होनेवाला जल। ३. कपड़ा रँगने के बाद उसका निचोड़ा हुआ रंगीन पानी। पुं० =उद्गार।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उगारना					 : | स० [सं० उदगलन] १. कुएँ में ऊपर से पड़ी हुई मिट्टी ०या पुराना खराब पानी निकालकर उसकी सफाई करना। २. उद्धार करना। उबारना। स० दे० ‘उकासना’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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