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			| शब्द का अर्थ |  
				| उचटना					 : | अ० [सं० उच्चाटन] १. किसी ऐसे आधार या स्तर पर से किसी वस्तु का अलग होना जिस पर वह चिपकी, लगी या सटी हो। जमी हुई वस्तु का उखड़ना। २. लाक्षणिक अर्थ में किसी कार्य, व्यक्ति या स्थान से जी ऊब जाना। मन घबरा जाना। विरक्त होना। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| उचटना					 : | अ० [सं० उच्चाटन] १. किसी ऐसे आधार या स्तर पर से किसी वस्तु का अलग होना जिस पर वह चिपकी, लगी या सटी हो। जमी हुई वस्तु का उखड़ना। २. लाक्षणिक अर्थ में किसी कार्य, व्यक्ति या स्थान से जी ऊब जाना। मन घबरा जाना। विरक्त होना। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |