| शब्द का अर्थ | 
					
				| उच्चैः					 : | अव्य० ०[सं० उद्√चि(चयन करना)+डैस्] ऊँची आवाज में। ऊँचे स्वर से। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उच्चैः श्रवा (वस्)					 : | पुं० [सं० ब० स०] इंद्र का सफेद घोड़ा, जो सात मुँहों और ऊँचे या खड़े कानोंवाला कहा गया है। वि० ऊँचा सुननेवाला। बहरा। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उच्चैः					 : | अव्य० ०[सं० उद्√चि(चयन करना)+डैस्] ऊँची आवाज में। ऊँचे स्वर से। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उच्चैः श्रवा (वस्)					 : | पुं० [सं० ब० स०] इंद्र का सफेद घोड़ा, जो सात मुँहों और ऊँचे या खड़े कानोंवाला कहा गया है। वि० ऊँचा सुननेवाला। बहरा। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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