| शब्द का अर्थ | 
					
				| उच्छिष्ट					 : | वि० [सं० उद्√शिष् (बचना)+क्त] १. (खाद्य पदार्थ) जो किसी के भोजन करने के बाद उसके आगे बच गया हो। २. जो किसी ने खाकर जूठा कर दिया हो। ३. (कोई पदार्थ) जो किसी ने उपयोग या व्यवहार के उपरांत रद्दी या व्यर्थ समझकर छोड़ दिया हो। ४. अपवित्र। अशुद्ध। पुं० १. जूठी बची हुई चीज। जूठन। २. मधु। शहद। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उच्छिष्ट भोजी (जिन्)					 : | वि० [सं० उच्छिष्ट√भुज् (खाना)+णिनि] जो दूसरों का झूठा छोड़ा हुआ अन्न खाता हो। जूठन खानेवाला। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उच्छिष्ट					 : | वि० [सं० उद्√शिष् (बचना)+क्त] १. (खाद्य पदार्थ) जो किसी के भोजन करने के बाद उसके आगे बच गया हो। २. जो किसी ने खाकर जूठा कर दिया हो। ३. (कोई पदार्थ) जो किसी ने उपयोग या व्यवहार के उपरांत रद्दी या व्यर्थ समझकर छोड़ दिया हो। ४. अपवित्र। अशुद्ध। पुं० १. जूठी बची हुई चीज। जूठन। २. मधु। शहद। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उच्छिष्ट भोजी (जिन्)					 : | वि० [सं० उच्छिष्ट√भुज् (खाना)+णिनि] जो दूसरों का झूठा छोड़ा हुआ अन्न खाता हो। जूठन खानेवाला। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |