| शब्द का अर्थ | 
					
				| उझपना					 : | अ० [हिं० झपना का विपर्याय] पलकों का ऊपर उठे रहना। (झपना का विपर्याय) उदाहरण—बरुई में फिरै न झपैं उझपैं पल में न समइबो जानती है।—भारतेन्दु। स० कुछ देखने के लिए आँख खोलना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उझपना					 : | अ० [हिं० झपना का विपर्याय] पलकों का ऊपर उठे रहना। (झपना का विपर्याय) उदाहरण—बरुई में फिरै न झपैं उझपैं पल में न समइबो जानती है।—भारतेन्दु। स० कुछ देखने के लिए आँख खोलना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |